दिल्ली– रियल एस्टेट में इक्विटी निवेश के मामले में भारत का प्रतिशत बढ़ रहा है.बता दें कि CBRE के अनुसार, इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान भारतीय रियल एस्टेट में इक्विटी निवेश 46 प्रतिशत बढ़कर 8.9 बिलियन डॉलर हो गया. रियल एस्टेट कंसल्टेंट सीबीआरई ने कहा कि रियल एस्टेट में इक्विटी निवेश 2018 कैलेंडर वर्ष के बाद से सबसे अधिक है.

इक्विटी निवेश में निजी इक्विटी फंड, पेंशन फंड, सॉवरेन वेल्थ फंड, संस्थागत निवेशक, रियल एस्टेट डेवलपर्स, रियल एस्टेट फंड-कम-डेवलपर्स, निवेश बैंक, कॉर्पोरेट समूह और आरईआईटी शामिल हैं.

इसके अलावा आंकड़ों के अनुसार, रियल एस्टेट में इक्विटी निवेश 2018 में $5.8 बिलियन, 2019 में $6.4 बिलियन, 2020 में $6 बिलियन, 2021 में $5.9 बिलियन, 2022 में $7.8 बिलियन और 2023 कैलेंडर वर्ष में $7.4 बिलियन रहा.

इक्विटी निवेश को लेकर CBRE के चेयरमैन और सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा कि जून तिमाही के दौरान पूंजी निवेश में फिर से उछाल आने के कारण जनवरी-सितंबर 2024 में भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश गतिविधि नए शिखर पर पहुंच गई है. मैगजीन ने आगे कहा कि “आगामी तिमाहियों में पारंपरिक और उभरते दोनों क्षेत्रों में निरंतर पूंजी प्रवाह की उम्मीद है, जबकि संस्थागत और सामूहिक वाहन निवेशकों के साथ-साथ डेवलपर्स से समग्र पूंजी प्रवाह को आगे बढ़ाने की उम्मीद है.

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