कांग्रेस सांसद और विपक्षी नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर ‘वोट चोरी’ के मुद्दे को उठाया और इस बार उन्होंने हरियाणा और बिहार चुनावों में धांधली का आरोप लगाया। राहुल ने इस मुद्दे को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने वोट चोरी की बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 25 लाख वोट चोरी हुए और वही साजिश बिहार में भी होने वाली है।
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हरियाणा में पहली बार पोस्टल बैलट और असली वोटों में बड़ा अंतर देखा गया। उन्होंने बताया कि पोस्टल बैलट में कांग्रेस को 76 सीटें मिल रही थीं, जबकि बीजेपी को केवल 17 सीटें मिल रही थीं। यही नहीं, एग्जिट पोल और पोस्टल बैलट दोनों में कांग्रेस को बढ़त मिल रही थी, लेकिन आखिरी में कांग्रेस 22,779 वोटों से हार गई। राहुल गांधी ने कहा कि इसके पीछे वोट चोरी का बड़ा खेल है और उनके पास इस आरोप के पुख्ता सबूत हैं।
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई चौंकाने वाले आरोप लगाए। उन्होंने एक युवती की तस्वीर दिखाई, जिसका नाम अलग-अलग स्थानों पर 22 बार दर्ज था। राहुल के मुताबिक, इस युवती ने कई नामों से वोट डाले, जैसे सीमा, सरस्वती और अन्य। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि एक ब्राजीलियन मॉडल का नाम हरियाणा की वोटर लिस्ट में कैसे आया। राहुल ने आरोप लगाया कि इस तरह की धोखाधड़ी की वजह से कांग्रेस को हराया गया।
कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि हरियाणा में पांच प्रमुख कैटेगरी में 25 लाख वोट चोरी हुए। इसमें से 5 लाख 21 हजार से अधिक डुप्लीकेट वोटर पाए गए। राहुल के अनुसार, हरियाणा में कुल दो करोड़ वोटर हैं, और इस प्रकार हर आठ में से एक वोटर फर्जी था। इसके कारण कांग्रेस चुनाव हार गई।
राहुल गांधी ने यह भी बताया कि एक ही बूथ पर एक महिला का नाम 223 बार दर्ज था, और उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग को इस बात का जवाब देना चाहिए कि वह महिला कितनी बार वोट डालने आई। इसके अलावा, राहुल ने आरोप लगाया कि हरियाणा में 9 पुरुषों के नाम के बदले महिलाओं के नाम दर्ज थे।
राहुल गांधी ने दावा किया कि यही वोट चोरी की साजिश बिहार में भी दोहराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि बिहार में भी मतदाता सूची में गड़बड़ी हुई है और वोटर लिस्ट उन्हें आखिरी वक्त में दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में लाखों वोटर्स के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं। राहुल गांधी ने मंच पर कुछ बिहार के मतदाताओं को बुलाया और दावा किया कि उनके परिवारों के नाम भी वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं।
राहुल गांधी ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि भारत में जेन-जी और युवा ही सत्य और अहिंसा के साथ लोकतंत्र को बचा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह इस वोट चोरी की साजिश पर जवाब दे। राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने दावा किया था कि जिनके पास घर नहीं होते, उनके वोटर लिस्ट में मकान नंबर जीरो दर्ज कर दिया जाता है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने जनता से झूठ बोला।
राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने सीसीटीवी फुटेज को डिलीट कर दिया ताकि यह साबित न हो सके कि कई बार एक ही व्यक्ति ने वोट डाला। उन्होंने कहा कि ऐसा चुनाव आयोग के एक षड्यंत्र के तहत किया गया, ताकि वोटर लिस्ट में नाम दर्ज किए गए लोगों को बचाया जा सके।
राहुल गांधी के इन आरोपों ने राजनीति में तूफान मचा दिया है। विपक्षी पार्टियां उनके इन दावों का समर्थन कर रही हैं, जबकि बीजेपी ने इसे आरोपों का आधारहीन कुतर्क बताया है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में ये मुद्दे गरमा सकते हैं, और इससे चुनाव आयोग के कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। राहुल गांधी का आरोप है कि यह धांधली चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का एक बड़ा तरीका है, और उन्हें इसकी जांच की जरूरत है।
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस बात को साफ किया कि उनकी लड़ाई सिर्फ चुनावी नतीजों के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है। उनका कहना है कि अगर यह साजिशों का सिलसिला नहीं रुका, तो भारत के लोकतंत्र को बचाना मुश्किल हो जाएगा।



