गोरखपुर। गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मातृशक्ति की प्रतीक बताते हुए उन्हें संघर्षों से सफलता की मिसाल करार दिया। सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रपति जी का जीवन समाज के वंचित तबके के लिए प्रेरणादायी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में स्थापित आयुष विश्वविद्यालय केवल पठन-पाठन का केंद्र नहीं होगा, बल्कि यहां शोध कार्य को भी विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया आज योग और आयुर्वेद की ताकत को स्वीकार कर रही है और इन भारतीय विधाओं के प्रति वैश्विक आकर्षण बढ़ा है। सीएम ने कहा आज पूरा विश्व योग के पीछे भाग रहा है, आयुर्वेद को भी दुनिया ने अपनाना शुरू कर दिया है। गोरखपुर में यह आयुष विश्वविद्यालय भारत की इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति को वैज्ञानिक आधार देने का कार्य करेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि महामहिम न केवल राष्ट्र की प्रथम नागरिक हैं, बल्कि वे देश की मातृशक्ति की प्रेरणा और संघर्षों से सफलता तक पहुंचने वाली मिसाल भी हैं।
सीएम योगी ने कहा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जीवन उन सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जो विपरीत परिस्थितियों में भी आत्मबल और संकल्प के सहारे आगे बढ़ना चाहते हैं। आदिवासी समाज की बेटी होकर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है, वह सामाजिक समरसता और महिला सशक्तिकरण का आदर्श उदाहरण है।
गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय बना नई सोच का केंद्र
सीएम योगी ने कार्यक्रम के दौरान आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर कहा कि यह संस्थान सिर्फ शिक्षा का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि यह अनुसंधान (Research) और नवाचार (Innovation) का केंद्र बनेगा। उन्होंने बताया कि यहां पर आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी परंपरागत चिकित्सा विधाओं पर वैज्ञानिक अध्ययन और शोध को बढ़ावा दिया जाएगा।
योग-आयुर्वेद को लेकर वैश्विक स्वीकृति पर जोर
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज पूरी दुनिया योग के पीछे भाग रही है और आयुर्वेद को भी आधुनिक चिकित्सा के पूरक के रूप में स्वीकार कर रही है। “भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों ने न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी प्रासंगिकता सिद्ध की है।” सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत आयुष पद्धति को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आगे बढ़ा रहा है। “2022 में संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस का आयोजन और आयुष मंत्रालय की वैश्विक सक्रियता इस बात का प्रमाण हैं कि भारत की ज्ञान परंपरा को अब संपूर्ण विश्व स्वीकार कर रहा है।”
राष्ट्रपति की यात्रा को बताया ऐतिहासिक
कार्यक्रम के समापन पर सीएम योगी ने राष्ट्रपति मुर्मू की गोरखपुर यात्रा को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह न केवल पूर्वांचल के लिए गौरव की बात है, बल्कि इससे पूरे क्षेत्र को एक नई दिशा, ऊर्जा और प्रेरणा प्राप्त होगी।