LUCKNOW. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। पौराणिक और धार्मिक महत्व की 25 किलोमीटर लंबी तिलोदकी नदी के पुनरुद्धार का संकल्प लिया गया है, जिससे न केवल आस्था जागेगी बल्कि रोजगार और हरियाली को भी बल मिलेगा।

यह नदी ऋषि रमणक की तपोभूमि से निकलती है और लंबे समय से उपेक्षित थी। अब इसके तटों को हरा-भरा बनाया जाएगा और ऋषियों के नाम पर वैदिक वन विकसित किए जाएंगे, जो आने वाली पीढ़ियों को हमारी वैदिक परंपरा और पर्यावरण की महत्ता से जोड़ेगा।

सरकार की इस परियोजना के चलते अब तक 3100 परिवारों को रोजगार मिला है और 43,703 मानव दिवसों का सृजन किया गया है। माना जा रहा है कि अमावस्या के मेले की परंपरा भी अब पुनर्जीवित होगी और घाटों पर फिर से गूंजेगी श्रद्धा की पुकार।

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