विजय माल्या 6,200 करोड़ रुपए के बैंक लोन फ्रॉड मामले में घिरे हैं और देश से फरार चल रहे हैं। हालांकि ब्याज और दूसरे शुल्कों को मिला लिया जाए तो 9000 करोड़ रुपए हो जाती है। इसके अलावा एक दूसरा मामला IDBI बैंक का भी है जो 900 करोड़ रुपए के लोन डिफॉल्ट का है। पिछले नौ सालों से विजय माल्या मीडिया से दूरी बनाए हुए थे आज वे मीडिया के सामने आए हैं। एक पॉडकास्ट में उन्होंने बताया मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिसके चलते मुझे इस तरह से कि भगोड़ा या चोर कहा जाए। साल 2016 में एक मीटिंग में शामिल होने मैं लंदन जा रहा था जिसकी जानकारी तत्कलीन वित्त मंत्री को दी थी। ठीक इसी के बाद मेरा पासपोर्ट रद्द कर दिया गया। जिससे मैं लंदन में ही रह गया। विजय माल्या ने अपने डूबते बिज़नेस, किंगफिशर का डूबना, कर्मियों की तन्खवाह ने दे पाना हर मुद्दे पर उन्होंने बेबाकी से बात की।
बैंको के लोन रिकवरी पर भी बोले
विजय माल्या बैंको की लोन रिकवरी पर भी बोले उन्होंने कहा 17 बैंको से 6200 करोड़ की लोन रिकवरी पर भी मैंने उनसे बातचीत की और प्रस्ताव रखा। अब तक मेरी संपत्तियों से कुल 14 हजार करोड़ की रिकवरी की जा चुकी है और इसके पहले भी मैंने बैंकों के सामने 5 हजार करोड़ का प्रस्ताव रखा था जिसे उन्होंने नकार दिया।
भारत में बिजेनस करना कठिन-माल्या
भारत में बिजेनस करने को लेकर विजय माल्या ने कहा कि भारत के 29 राज्यों की अलग-अलग नीतियों से निपटना पड़ता था। राजनेता चुनाव में शराब, नकदी मांगते थे। मैंने सिर्फ शराब दी, क्योंकि मेरी कंपनी सबसे बड़ी थी। मैंने रिश्वत नहीं दी।