नई दिल्ली, 02 जनवरी (वार्ता) मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील कल विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बातचीत करने के लिए नई दिल्ली आ रहे हैं।
नए साल 2025 में उनकी भारत की पहली विदेश यात्रा होगी.
यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा है कि भारत मालदीव की सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रयास नहीं करेगा।
नशीद ने वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के जवाब में एक्स पर बयान दिया, जिसमें दावा किया गया था कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ ने मालदीव के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू की सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रची थी, जिसे चीन समर्थक माना जाता है।
अपने पोस्ट में नशीद ने कहा कि भारत हमेशा मालदीव के लोकतंत्र का सम्मान करेगा।
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए नशीद ने कहा कि कुछ लोग हमेशा ‘साजिश’ में शामिल रहते हैं और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि भारत ने मालदीव सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया था।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि भारत ने राष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास मत पारित करने के लिए संसद के 40 सदस्यों को रिश्वत देने की योजना बनाई। इसमें रॉ एजेंटों द्वारा ‘डेमोक्रेटिक रिन्यूअल इनिशिएटिव’ शीर्षक से तैयार की गई एक रिपोर्ट प्राप्त करने का दावा किया गया है।
यूएनआई आरएन