दुनिया भर में सबसे अधिक फैलने वाला यौन संक्रमण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) आज भी आम जानकारी से परे है। यह वायरस न केवल महिलाओं बल्कि पुरुषों के लिए भी घातक साबित हो सकता है। इसकी अनदेखी गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों को जन्म दे सकती है, खासकर तब, जब यह संक्रमण बिना लक्षणों के लंबे समय तक शरीर में सक्रिय रहे।
HPV के कई प्रकार होते हैं – कुछ मामूली मस्सों का कारण बनते हैं, तो कुछ सर्वाइकल, पेनाइल, गुदा और गले के कैंसर का कारण बन सकते हैं। आमतौर पर यह वायरस असुरक्षित यौन संपर्क के दौरान फैलता है, चाहे वह योनि, गुदा या ओरल सेक्स हो। संक्रमित व्यक्ति से यौन संपर्क करने पर यह संक्रमण अनजाने में फैल सकता है।
पुरुषों में इसके लक्षण जननांगों या गुदा क्षेत्र में मस्से, गले में खराश या मुंह में परेशानी के रूप में सामने आ सकते हैं, हालांकि कई मामलों में लक्षण बिल्कुल नहीं दिखते। यही कारण है कि यह संक्रमण “खामोश हत्यारा” बन जाता है।
बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है। HPV वैक्सीन 9 से 26 वर्ष की आयु में ज़रूर लगवानी चाहिए। साथ ही, यौन संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग और नियमित मेडिकल जांच से संक्रमण को रोका जा सकता है। महिलाओं को Pap smear और पुरुषों को समय-समय पर जाँच कराते रहना चाहिए।
HPV को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है – इसलिए जरूरी है जागरूकता, सतर्कता और समय पर टीकाकरण।