Mahatma Gandhi 154th birth anniversary. महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खादी ग्राम उद्योग के स्टोर पर पहुंचे और राष्ट्रपिता को नमन किया। इस मौके पर उन्होंने खादी और स्वदेशी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह विचार स्वतंत्रता संग्राम से ही निकला था और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से यह जनांदोलन का रूप ले रहा है।

खादी को आंदोलन की तरह बढ़ाया

अमित शाह ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने खादी को केवल कपड़ा न मानकर एक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया है। उनके नेतृत्व में खादी का व्यापार कई गुना बढ़ा है और यह लाखों परिवारों की आजीविका का मजबूत आधार बन गया है। खादी केवल परिधान नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है।

करोड़ों ग्रामीणों को स्वदेशी से लाभ

गृह मंत्री ने बताया कि पीएम मोदी लगातार स्वदेशी उत्पादों के उपयोग पर जोर दे रहे हैं। उनके आह्वान से प्रेरित होकर देशभर में लाखों परिवारों ने यह संकल्प लिया है कि वे विदेशी वस्तुओं के स्थान पर स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करेंगे।
इससे न केवल स्थानीय कारीगरों और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

जनता से अपील

अमित शाह ने जनता से अपील की कि वे खादी और ग्रामोद्योग से जुड़े उत्पादों की खरीद में योगदान दें। उन्होंने कहा, “अगर हर परिवार सालाना कम से कम 5000 रुपए की खादी खरीदे, तो यह आंदोलन और मजबूत होगा और करोड़ों ग्रामीण परिवारों को सीधे लाभ मिलेगा।”

2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य

अमित शाह ने विश्वास जताया कि खादी और स्वदेशी को बढ़ावा देने से 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “गांधी जी के सपनों का भारत और आत्मनिर्भर राष्ट्र तभी साकार होगा जब जनता स्वदेशी और खादी को अपनाएगी।”

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