Meerut: मशहूर कामेडियन सुनील पाल के अपहरण के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने फिरौती वसूलने वाले बदमाशों की पहचान कर ली है और मामले की जांच तेज कर दी है। इस मामले में खुलासा हुआ हैं कि सुनील पाल का अपहरण बिजनौर के एक गैंग ने किया था। अपहरण की योजना पूरी तरह से तैयार की गई थी, और बदमाशों ने फिरौती वसूलने के बाद ही सुनील को छोड़ा। अपहरणकर्ताओं ने सुनील पाल के परिवार से 8 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, जिसे उन्होंने वसूलने के बाद कामेडियन को छोड़ दिया। फिरौती की रकम देने के बाद सुनील को मेरठ से दिल्ली लाने के लिए एक ड्राइवर को भी भेजा गया था।
प्रमुख आरोपियों की हुई पहचान
हालांकि मेरठ के एक सर्राफ के शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में अपहरणकर्ताओं की तस्वीरें कैद हो गई। इन फुटेज के आधार पर पुलिस ने बदमाशों की पहचान की। पुलिस ने इस मामले में प्रमुख आरोपियों की पहचान की है। बिजनौर के लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल नामक दो बदमाश इस अपहरण मामले में शामिल हैं। इनके अलावा, एक और आधा दर्जन बदमाशों का नाम भी सामने आया है, जो वारदात में शामिल थे।
मेरठ लाने वाला ड्राइवर गिरफ्तार
सुनील को दिल्ली से मेरठ लाने वाले ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है। पुलिस उसकी पूछताछ कर रही है, ताकि अपहरण मामले में और जानकारी मिल सके। वही इस मामले की एफआईआर सांताक्रूज पुलिस ने दर्ज की थी, और अब मामले की ट्रांसफर को लेकर मेरठ पुलिस मामले की जांच कर रही है। अपहरण की घटना दिल्ली-दून हाईवे पर स्थित रंगरूट ढाबे के पास हुई थी, जहाँ से सुनील पाल को अगवा किया गया।
फरार बदमाशों की तलाश
पुलिस अब इस मामले में पूरी तफ्तीश कर रही है और बाकी के फरार बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है। अपहरणकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया है।और जल्द ही बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद है।