भोपाल: अगर मध्य प्रदेश सरकार यदि भाजपा अगस्त 2022 से किए गए अपने वादों, अर्थात् 4 लाख नौकरियां देने, को पूरा करना चाहती है, तो उसे चार साल से भी कम समय में लगभग 3.5 लाख सरकारी नौकरियां देनी होंगी।
अगस्त 2022 से भाजपा सरकार द्वारा वादा किए गए सरकारी नौकरियों की कुल संख्या 4 लाख थी। 2022 से अलग-अलग मौकों पर की गई घोषणाओं के बाद अब तक केवल 68 हज़ार सरकारी नौकरियां दी गई हैं।

मध्य प्रदेश सरकार को अपने वादे पूरे करने के लिए 4 साल में 3.5 लाख नौकरियां देनी होंगी

यह मुद्दा फिर से उठ खड़ा हुआ है और ध्यान का केन्द्र बन गया है। सेमी एक दिन पहले ही उन्होंने विधायकों से राज्य के युवाओं को यह बताने को कहा था कि जल्द ही दो लाख सरकारी नौकरियां निकलेंगी।
वर्ष 2022-23 एवं 23-24 में अब तक दी गई 68 हजार नौकरियाँ म.प्र. लोक सेवा आयोग एवं म.प्र. कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से दी गई हैं।
15 अगस्त 2022 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक साल में एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की घोषणा की थी। यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी और 2023 में 50 हजार अतिरिक्त सरकारी पदों पर भर्ती की घोषणा की गई।
पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में भाजपा ने पांच साल में 2.5 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था। भाजपा सरकार द्वारा वादा की गई कुल सरकारी नौकरियों की संख्या अगस्त 2022 से अब तक 4 लाख नौकरियां दी जा चुकी हैं, जबकि अभी तक 68 हजार नौकरियां दी जा चुकी हैं और वादे के मुताबिक 3.5 लाख और सरकारी नौकरियां दी जानी बाकी हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग भर्ती के लिए नोडल विभाग है। जीएडी सभी विभागों से मांग या रिक्तियों के बारे में पूछेगा और दोनों सरकारी नौकरियों की भर्ती एजेंसियों को प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सूचित करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों से युवाओं को यह बताने को कहा गया है कि जल्द ही दो लाख सरकारी नौकरियां खुलेंगी, जिसके बाद इस प्रक्रिया में तेजी आएगी।
शुक्रवार शाम तक एमपी रोजगार पोर्टल पर 26,18,003 युवा पंजीकृत थे। अधिकारियों ने बताया कि बेरोजगारी को संबोधित करना नई राज्य सरकार का फोकस था और इस संबंध में विभिन्न बैठकों में निर्देश दिए गए थे।
शीर्ष सरकारी सूत्रों ने इस मामले पर कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने जो वादे किए थे, वे अब पूरे नहीं हो पाए हैं।
अगले चार साल के लिए किए गए वादों को पूरा करने के लिए योजना बनाई जा रही है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि इस उद्देश्य के लिए एक पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिसमें रिक्तियों और भर्ती के बारे में अपडेट दर्ज किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 4 जनवरी को कहा कि जरूरतमंदों को रोजगार उपलब्ध कराना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने पर्यटन, वन, खनिज, उद्योग और सेवा क्षेत्र जैसे क्षेत्रों को शामिल करते हुए रोजगार उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया और कहा कि कार्ययोजना से हर क्षेत्र में जरूरतमंदों को रोजगार मिलना सुनिश्चित होगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जिलेवार कार्ययोजना बनाने को कहा।
यादव ने ग्वालियर में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।

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