नई दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक अनिश शाह ने कहा है कि जटिल वैश्विक भू-राजनीतिक माहौल के बावजूद भारत वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। समूह की 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट में उन्होंने भारत के मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर, युवा कार्यबल और अनुकूल नीतियों को इस सफलता के प्रमुख कारण बताया।
अनिश शाह ने कहा वर्तमान वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक परिदृश्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन भारत एक अनोखी स्थिति में है, जो विश्व के मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का नेतृत्व कर सकता है।
मुंबई मुख्यालय वाले महिंद्रा समूह की 80 साल की मजबूत विरासत और मूल्यों के साथ बाजार में गहरी पकड़ है। शाह ने बताया कि समूह देश के 70 प्रतिशत जीडीपी में सक्रिय है और भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के अवसरों के साथ पूरी तरह मेल खाता है।
महिंद्रा के व्यवसाय तेजी से विस्तार कर रहे हैं। उनका Lifespaces बिजनेस हरित भवन विकसित कर रहा है, Susten और Renewables InvIT ऊर्जा क्षेत्र में संक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं इलेक्ट्रिफिकेशन की दिशा में उनकी Last Mile Mobility पहल शहरों में प्रदूषण कम करने में मदद कर रही है।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स और क्लब महिंद्रा बेहतर ग्राहक मूल्य प्रदान कर रहे हैं, जबकि ट्रक्स एंड बस्स और एयरस्ट्रक्चर्स तेज़ी से विकास कर रहे हैं। इसके अलावा Accelo, Classic Legends, Car & Bike जैसी नई इकाइयां भी मूल्य सृजन की दिशा में अग्रसर हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 समूह के लिए बेहद सफल रहा। राजस्व में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई और ₹1,59,211 करोड़ पहुंचा। शुद्ध लाभ (PAT) 20 प्रतिशत बढ़कर ₹12,929 करोड़ रहा।
शाह ने बताया कि ऑटो और फार्म सेक्टर ने बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई और लाभप्रदता को मजबूत किया। इलेक्ट्रिक ओरिजिन SUV की लॉन्चिंग भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।
टेक महिंद्रा ने ग्राहक संबंध मजबूत किए और परिचालन मार्जिन बढ़ाए, जबकि महिंद्रा फाइनेंस ने स्थिरता के साथ 33 प्रतिशत लाभ वृद्धि दर्ज की।