नई दिल्ली। भारत में स्टार्टअप फंडिंग ने तेजी से उछाल दिखाया है और हालिया आंकड़ों के अनुसार 30 डील्स में कुल 205.31 मिलियन डॉलर की निवेश राशि जुटाई गई है, जो पिछले दौर की तुलना में 57 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम की मजबूती और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।
विश्लेषकों के अनुसार, इस फंडिंग वृद्धि में तकनीकी क्षेत्रों के स्टार्टअप्स का विशेष योगदान रहा है, जहां नवाचार और डिजिटल समाधानों की मांग तेजी से बढ़ रही है। ई-कॉमर्स, फिनटेक, हेल्थटेक और एडटेक जैसे क्षेत्रों में निवेशकों की दिलचस्पी भी इस वृद्धि का प्रमुख कारण है।
सरकारी नीतियों, जैसे ‘स्टार्टअप इंडिया’ पहल और आसान फंडिंग के अवसरों ने भी निवेश के प्रवाह को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, वैश्विक निवेशकों का भारत में बढ़ता ध्यान देश के स्टार्टअप परिदृश्य को और सशक्त बना रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस वित्तीय समर्थन से भारतीय स्टार्टअप्स को नवाचार बढ़ाने, रोजगार सृजन करने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी। निवेश के इस बढ़ते दौर से भारत के आर्थिक विकास और तकनीकी उन्नति को मजबूती मिलने की उम्मीद है।