भारत में वेंचर कैपिटल (VC) निवेश ने एक बार फिर ताकत दिखाई है। KPMG की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2) में देश में कुल 3.5 अरब डॉलर (₹29,000 करोड़) का VC निवेश दर्ज किया गया। यह निवेश 355 सौदों (डील्स) के माध्यम से हुआ है।

यह आंकड़ा पिछली तिमाही के मुकाबले लगभग 25% अधिक है, जब VC फंडिंग $2.8 अरब डॉलर रही थी।

फिनटेक और हेल्थटेक सेक्टर बना निवेश का केंद्र

KPMG की ‘वेंचर पल्स रिपोर्ट’ के मुताबिक, फिनटेक सेक्टर इस ग्रोथ का सबसे बड़ा कारक रहा।

  • Groww और IKF Finance जैसी कंपनियों ने बड़ी फंडिंग हासिल की।
  • हेल्थटेक, लॉजिस्टिक्स और एडटेक सेक्टर में भी उल्लेखनीय निवेश हुआ है।
  • Q2 में हेल्थ सेक्टर की सबसे बड़ी डील PB Healthcare को मिली, जिसने लगभग $218 मिलियन जुटाए।

वैश्विक मंदी के बीच भारत बना निवेशकों की पसंद

जब दुनियाभर में निवेश पर मंदी का असर दिख रहा है, तब भारत में VC निवेश बढ़ना एक बड़ा संकेत है।
रिपोर्ट बताती है कि भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम अब ज्यादा परिपक्व हो चुका है और निवेशक इसे “कम जोखिम और अधिक संभावनाओं वाला बाज़ार” मान रहे हैं।

KPMG में डील्स लीड नितीश पोद्दार ने कहा, “भारत में फिनटेक, हेल्थटेक और लॉजिस्टिक्स में भारी निवेश इस बात का संकेत है कि इन क्षेत्रों में नवाचार और तकनीकी समाधानों के लिए निवेशकों की रुचि लगातार बनी हुई है।”

KPMG रिपोर्ट का यह भी मानना है कि आने वाले महीनों में भारत में

  • AI और डिफेंस-टेक जैसे सेक्टर्स में तेज़ निवेश देखने को मिल सकता है।
  • साथ ही, निवेशकों की निगाहें IPO बाजार और रिटर्न की रणनीति पर भी होंगी।

भारत में 2025 की दूसरी तिमाही में वेंचर कैपिटल फंडिंग ने स्पष्ट कर दिया है कि देश वैश्विक निवेश नक्शे पर मजबूती से खड़ा है। फिनटेक और हेल्थटेक जैसे सेक्टर भारत को स्टार्टअप हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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