भारत में लग्जरी कार सेगमेंट में तेजी से पकड़ बना रही Jaguar Land Rover (JLR) आने वाले 3-4 वर्षों में अपना कारोबार दोगुना करने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी भारत में अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के साथ-साथ सेल्स नेटवर्क का भी विस्तार करेगी।

JLR इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रंजन अम्बा ने PTI से बातचीत में कहा कि भारत में विशिष्ट और कस्टमाइज्ड कार मॉडल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। FY25 में JLR इंडिया ने 6,183 यूनिट्स की रिकॉर्ड बिक्री की, जो कि FY24 के मुकाबले 40% अधिक रही। वहीं, डीलरों को किए गए डिस्पैच में भी 39% की ग्रोथ दर्ज की गई।
अम्बा ने कहा, “हमने अब तक अपनी पूरी क्षमता से काम शुरू भी नहीं किया है, लेकिन भारत में 8,000 से अधिक यूनिट्स प्रति वर्ष की डिमांड क्षमता है। अगले 3-4 सालों में हम भारत में बिक्री और राजस्व दोनों को दोगुना करने की उम्मीद कर रहे हैं।”

JLR का भारत में नेटवर्क और निवेश

कंपनी का वर्तमान डीलर नेटवर्क 21 शहरों में फैला है, जिसमें 25 अधिकृत आउटलेट्स शामिल हैं।

2030 तक JLR इस नेटवर्क को लगभग 50 आउटलेट्स तक पहुंचाने की योजना बना रही है।

जल्द ही राजकोट, गोवा और नागपुर जैसे शहरों में नए डीलरशिप शुरू किए जाएंगे।

‘Halo Models’ और पर्सनलाइजेशन पर भी कंपनी फोकस बढ़ाएगी जिससे ब्रांड को और ज्यादा आकर्षक और प्रीमियम बनाया जा सके।

नई टेक्नोलॉजी और EV रणनीति

JLR भारत में बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल (BEV) और इंटरनल कंबशन इंजन (ICE) दोनों तरह के मॉडल्स लाने की तैयारी में है। खास तौर पर Range Rover BEV जैसे मॉडल्स भारत में लॉन्च किए जाएंगे।

हाल ही में Range Rover और Range Rover Sport की स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग शुरू की गई है, जिसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है।

लक्सरी कार बाजार का भविष्य

अम्बा के मुताबिक, भारत में सालाना बिकने वाली लग्जरी कारों की संख्या वर्तमान में 50,000 यूनिट्स के करीब है, जो आने वाले 4-5 वर्षों में दोगुनी हो सकती है। उन्होंने कहा कि देश में तेजी से बढ़ती संपन्नता, स्टार्टअप्स का विस्तार और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहलें इस ग्रोथ को बल देंगी।

वैश्विक रणनीति और निवेश योजना

JLR ने दुनिया भर में अपने चार ब्रांड्स – Jaguar, Range Rover, Discovery, Defender – के लिए 18 बिलियन पाउंड के निवेश की योजना बनाई है, जिसे अगले 5 वर्षों में लागू किया जाएगा। यह राशि कंपनी के ऑपरेशनल कैश फ्लो से जुटाई जाएगी।

हालांकि FY25 में JLR की कुल वैश्विक आय 29 बिलियन पाउंड पर स्थिर रही और Q4 में इसमें 1.7% की गिरावट दर्ज हुई। अमेरिका की ओर से लगाए गए नए ट्रेड टैरिफ के चलते कंपनी ने अप्रैल 2025 में तात्कालिक उपाय लागू किए हैं।

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