नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच घोषित सीजफायर का असर सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रहा, इसका सीधा प्रभाव देश की आर्थिक रफ्तार पर भी देखा गया है। शुक्रवार को शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1700 अंकों की जोरदार छलांग के साथ 81,200 के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 500 अंकों की बढ़त के साथ 24,400 के पार जा पहुंचा।

बाजार में आई इस तेजी का श्रेय सीधे तौर पर भारत-पाक सीजफायर को दिया जा रहा है, जिससे निवेशकों में नया विश्वास जागा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब भू-राजनीतिक तनाव घटता है और स्थिरता की उम्मीद बनती है, तो बाजार में तेजी आती है।

एक प्रमुख निवेश सलाहकार ने कहा, “भयमुक्त माहौल और कूटनीतिक स्थिरता निवेशकों के आत्मविश्वास को बढ़ाती है। इससे विदेशी निवेश भी आकर्षित होता है।”

इस तेजी का सर्वाधिक लाभ बैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, आईटी और ऑटोमोबाइल सेक्टर को मिला। ICICI, HDFC, TCS और Reliance जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में बड़ी खरीदारी देखी गई।

बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर सीजफायर का असर सीमाओं पर स्थायी रहा, तो शेयर बाजार आने वाले हफ्तों में और नई ऊंचाइयां छू सकता है।

निवेशकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है और अर्थव्यवस्था की स्थिरता की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

India-Pak Direct Talks : क्या टूटेगा सीजफायर समझौता ? | India Pak War |

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