Donald Trump statement. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत पर रूसी तेल आयात के लिए 50% टैरिफ लगाने से मॉस्को की अर्थव्यवस्था को भारी झटका लगा है। उन्होंने कहा कि रूसी अर्थव्यवस्था वर्तमान में अच्छी स्थिति में नहीं है क्योंकि वे परेशान हैं और यह टैरिफ उनकी आर्थिक परेशानियों को बढ़ा रहा है।
ट्रंप ने अलास्का में आगामी शिखर सम्मेलन के संदर्भ में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत का जिक्र करते हुए भारत का नाम लिए बिना कहा जब किसी देश के सबसे बड़े या दूसरे सबसे बड़े तेल खरीदार पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाता है, तो इसका रूस को कोई फायदा नहीं होता। यह एक बड़ा झटका था।
व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप ने कहा मुझे लगता है कि रूस को अपने देश के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। रूस एक विशाल देश है और इसमें अपार संभावनाएं हैं, लेकिन अभी उनकी अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही क्योंकि यह इस टैरिफ के कारण प्रभावित हुई है।
EU ने ट्रंप से की सुरक्षा हितों की रक्षा की अपील
इस बीच, यूरोपीय संघ (EU) के नेताओं ने ट्रंप से अपील की है कि वह रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ यूक्रेन युद्ध को लेकर इस सप्ताह होने वाली बैठक में यूरोप के सुरक्षा हितों की रक्षा करें। यूरोपीय देश इस बैठक में अपनी भागीदारी चाहते हैं, लेकिन अभी तक उन्हें बैठक में शामिल नहीं किया गया है। साथ ही यह भी स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन इस वार्ता का हिस्सा होगा या नहीं।
ट्रंप ने कहा है कि वह देखना चाहते हैं कि पुतिन चार साल से जारी युद्ध को समाप्त करने को लेकर कितने गंभीर हैं। हालांकि, ट्रंप ने यूरोपीय सहयोगियों को निराश करते हुए कहा कि रूस को यूक्रेन के कुछ कब्जे वाले क्षेत्रों को छोड़ना होगा, लेकिन बदले में रूस से क्या समर्पण की उम्मीद है, यह स्पष्ट नहीं किया।
यह बयान वैश्विक राजनीति और ऊर्जा बाजार पर गहरा प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि रूस पर आर्थिक प्रतिबंध और तेल आयात पर टैरिफ को लेकर वैश्विक स्तर पर लगातार कड़ी कार्रवाई हो रही है।