भारत डाक ने काशी (वाराणसी) के हस्तशिल्प और उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 120 देशों के साथ समझौते किए हैं। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय उत्पादकों को वैश्विक बाजार में पहुंच प्रदान करना है।

वाराणसी क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल, कर्नल विनोद कुमार ने बताया कि इस कदम से निर्यातकों को किफायती और विश्वसनीय शिपिंग सेवाएं मिलेंगी। उदाहरण के लिए, ITPS सेवा के तहत 1 किलोग्राम वजन वाले उत्पाद को ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान और इंग्लैंड जैसे देशों में लगभग ₹1,500 में भेजा जा सकता है। इसके अतिरिक्त, International Speed Post सेवा के माध्यम से 35 किलोग्राम तक के पार्सल 100 से अधिक देशों में भेजे जा सकते हैं।

इस पहल में स्थानीय व्यापारियों, बैंकों, स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय व्यापारियों की भागीदारी महत्वपूर्ण रही। बैठक में यह भी बताया गया कि AMS सेवा के तहत निर्यात की मात्रा के आधार पर 16% तक की छूट उपलब्ध है और खोए गए सामान के लिए मुआवजा भी प्रदान किया जाता है।

यह पहल न केवल काशी के उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाएगी, बल्कि स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यवसायों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित करेगी। भारत डाक का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

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