नई दिल्ली: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के विश्लेषण के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (Q1 FY26) में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। अनुमानित GDP वृद्धि दर 6.8% से 7% के बीच रही, जो कि आरबीआई के अनुमान 6.5% से अधिक है। SBI के नाउकास्ट मॉडल के अनुसार वास्तविक GDP वृद्धि 6.9% साल-दर-साल रही, जबकि सकल मूल्य संवर्द्धन (GVA) 6.5% मापा गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अनुमान पिछले तिमाही पैटर्न के अनुरूप है और आर्थिक विकास में निरंतरता और संतुलन सुनिश्चित करता है। हालांकि, पूरी वित्तीय वर्ष FY26 के लिए GDP वृद्धि 6.3% रहने की संभावना है, जो RBI के वार्षिक लक्ष्य 6.5% से थोड़ी कम है।
विश्लेषण में वास्तविक और नाममात्र GDP वृद्धि के बीच घटते अंतर पर भी ध्यान दिया गया है। SBI के अनुसार, Q1 FY26 में यह अंतर और कम हुआ, जो असामान्य रूप से कम मुद्रास्फीति का परिणाम है। इससे nominal GDP वृद्धि लगभग 8% रहने का अनुमान है, जबकि वास्तविक GDP वृद्धि मजबूत बनी रही। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समंजित विकास और मुद्रास्फीति के बीच संतुलन आर्थिक गति को स्थिर बनाए रखने में मदद करेगा।