नई दिल्ली। हिंदुस्तान यूनिलीवर के अध्यक्ष नितिन परांजपे ने कंपनी की वार्षिक आम बैठक में कहा कि वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच भी भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर और समावेशी विकास की राह पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से बदलते और उभरते भारत की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता विकसित कर रहा है।
परांजपे ने कहा आज की दुनिया अनिश्चितता और अराजकता से भरी है, लेकिन इस सब के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था सतत और समावेशी विकास की दिशा में लगातार बढ़ रही है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस विकास के दौरान पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे और समाज के कोई भी वर्ग पीछे न छूटे। हम अल्पकालिक चुनौतियों का सामना करते हुए राष्ट्र के दीर्घकालिक लक्ष्यों के साथ कदम से कदम मिला रहे हैं।”
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी 2015 में 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2025 में 4.3 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। भारत वित्तीय वर्ष 2025-26 में लगभग 6.3 प्रतिशत की दर से विकास करने वाला विश्व का सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था बना रहेगा। इसके साथ ही भारत जल्द ही जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
भारत की इस विकास यात्रा से देश के उद्योग, रोजगार और सामाजिक समावेशन को मजबूती मिलने की उम्मीद है।