हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता सतीश शाह का निधन 25 अक्टूबर को किडनी फेल होने के कारण हो गया। उनके निधन की खबर से उनके फैंस और फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। सतीश शाह ने अपनी शानदार अभिनय यात्रा में 250 से ज्यादा फिल्मों और टीवी शोज में काम किया, और उन्होंने कॉमेडी के जरिए बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
स्पोर्ट्स से अभिनय तक का सफर
सतीश शाह का जन्म 25 जून 1951 को एक गुजराती परिवार में हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से मांडवी का रहने वाला था, लेकिन उनके पिता का व्यवसाय मुंबई में था, जहां सतीश शाह का पालन-पोषण हुआ। बचपन में उन्हें स्पोर्ट्स में दिलचस्पी थी और वे क्रिकेट के साथ-साथ हाई जंप और लॉन्ग जंप के चैंपियन भी थे। हालांकि, उनका इरादा अभिनेता बनने का नहीं था, लेकिन एक संयोग ने उन्हें इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
थिएटर से शुरू हुआ करियर
स्कूल के दिनों में एक प्ले के दौरान सतीश शाह को अभिनय का पहला अवसर मिला। जब वह स्टेज पर गए, तो वह बहुत नर्वस थे, लेकिन उनके द्वारा दिया गया प्रदर्शन दर्शकों द्वारा सराहा गया और उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन मिला। इसके बाद सतीश ने अभिनय को अपना करियर बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने FTII से थिएटर की पढ़ाई की और 1978 में फिल्म ‘अजीब कहानी’ से बॉलीवुड में कदम रखा।
सफलता की ओर बढ़ते हुए
सतीश शाह ने अपनी फिल्मों की शुरुआत ‘उमराव जान’, ‘अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है’, और ‘शक्ति’ जैसी फिल्मों से की। लेकिन उनकी पहचान असल में फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ के जरिए बनी, जिसमें उन्होंने कॉमेडी का बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने ‘मुझसे शादी करोगी’, ‘कल हो ना हो’, ‘कभी हां कभी ना’, ‘हम साथ साथ हैं’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘हीरो नंबर 1’, और ‘इश्क-विश्क’ जैसी सफल फिल्मों में अभिनय किया।
पर्सनल लाइफ और पत्नी
सतीश शाह की पत्नी, मधु शाह, एक फैशन डिजाइनर हैं। दोनों की मुलाकात एक फिल्म फेस्टिवल के दौरान हुई थी, और लंबे समय तक डेटिंग के बाद दोनों ने शादी की। हालांकि, उनके परिवार में कोई संतान नहीं थी।
सतीश शाह की यादें
सतीश शाह की फिल्मों ने बॉलीवुड में कॉमेडी का एक नया स्तर स्थापित किया। उनका निधन फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक अपूरणीय क्षति है। सतीश शाह हमेशा अपनी फिल्मों और यादगार अभिनय के जरिए सिने प्रेमियों के दिलों में जीवित रहेंगे।

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