Uttar Pradesh: बुंदेलखंड की जिंदगी में अब एक नई उम्मीद जगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना ने यहां के लोगों की दशा-दिशा पूरी तरह बदल दी है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग ने 7 जनपदों के 70 गांवों में जाकर इस योजना के प्रभावों का गहन अध्ययन किया है, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक व सामाजिक बदलाव, सामाजिक समरसता और रोजगार जैसे कई अहम पहलुओं को जांचा गया।

रिपोर्ट में बताया गया है कि अब बुंदेलखंड के लगभग हर परिवार तक स्वच्छ पेयजल पहुंच चुका है। इससे पानी से होने वाली बीमारियों में भारी कमी आई है। लोगों की सेहत बेहतर हुई है, खासकर गर्भवती महिलाओं और बच्चों का स्वास्थ्य सुधरा है। इससे मानसिक सुकून भी मिला है और लोगों की कार्य क्षमता में भी वृद्धि हुई है।

शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार हुआ है। स्कूलों में बच्चों, खासकर लड़कियों का नामांकन बढ़ा है और ड्रॉप आउट की दर कम हुई है। स्वच्छता की स्थिति बेहतर हुई है और शौचालयों की उपलब्धता से बालिकाओं की पढ़ाई में भी बढ़ावा मिला है।

आर्थिक और सामाजिक स्तर पर भी बड़े बदलाव देखे गए हैं। स्वच्छ पानी की उपलब्धता से महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान बढ़ा है। वे अब कृषि, पशुपालन और अन्य कामों में ज्यादा सक्रिय हैं। साथ ही 95% लोग अब चिकित्सा खर्च में बचत कर पा रहे हैं। जातिगत भेदभाव कम हुआ है, सामाजिक संबंध मजबूत हुए हैं और सामाजिक तनाव में भी कमी आई है।

रोजगार के मामले में भी बुंदेलखंड के युवाओं ने गांव में ही स्वरोजगार अपनाना शुरू कर दिया है। कृषि, पशुपालन, डेयरी, मछली पालन और दुकानदारी जैसी गतिविधियों में युवाओं की दिलचस्पी बढ़ी है। इससे पलायन की समस्या भी कम हुई है।

हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि पेयजल के सही और बचतपूर्ण उपयोग के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। जल संरक्षण और स्वच्छता पर निरंतर काम करना होगा ताकि बुंदेलखंड की यह तरक्की कायम रहे।

डॉ. यतीन्द्र मिश्र, समाज कार्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया, “ढाई महीने के अध्ययन में हमने पाया कि हर घर जल योजना के बाद बुंदेलखंड के गांवों में अमूल्य बदलाव आए हैं। लोग अब स्वस्थ हैं, पढ़ाई बेहतर हो रही है और रोजगार के नए रास्ते खुले हैं। लेकिन जल संरक्षण पर और जागरूकता जरूरी है।”

इस तरह, जल जीवन मिशन ने बुंदेलखंड की तस्वीर को न सिर्फ बदला है बल्कि यहां के लोगों के जीवन में एक नई ऊर्जा और आशा भी भर दी है।

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