स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए बैठक की है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए बैठक की है।
बिहार में सरकारी नौकरी की चाहत रखने वालों के लिए खुशखबरी है। आम चुनाव खत्म होते ही भर्तियां जोरों पर शुरू होने वाली हैं। चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही बिहार में जल्द ही नौकरियों की बहार आने वाली है। स्वास्थ्य विभाग में 45 हजार कर्मचारियों और अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। इन पदों को भरने के लिए जल्द ही वैकेंसी निकाली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने 4 महीने के अंदर इन सभी खाली पदों पर नियुक्ति का लक्ष्य रखा है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग में खाली पदों को भरने के लिए बैठक की है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भर्तियों की समीक्षा भी की है, ताकि जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर उसे अंजाम तक पहुंचाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग में जिन पदों पर भर्ती अभियान चलाया जाएगा, वे इस प्रकार हैं:
विशेष चिकित्सा अधिकारी के 3523 पद
सामान्य चिकित्सा अधिकारी के 396 पद
सामान्य चिकित्सा अधिकारी (अनुबंध) के 1290 पद
दंतचिकित्सक के 64 पद
सिस्टर ट्यूटर के 362 पद
नर्स के 6298 पद
एएनएम के 15089 पद
फार्मासिस्ट के 3637 पद
एक्स-रे टेक्नीशियन के 803 पद
ओटी असिस्टेंट के 1326 पद
ईसीजी टेक्नीशियन के 163 पद
लैब टेक्नीशियन के 3080 पद
ड्रेसर के 1562 पद
सीएचओ (संविदा) के 4500 पद
स्वास्थ्य विभाग में अन्य पदों के अलावा, जल्द ही प्रोफेसरों के लिए बड़ी संख्या में रिक्तियां उपलब्ध होंगी। बिहार सरकार सहायक प्रोफेसरों के लिए 1,339 रिक्तियों की घोषणा करने की तैयारी कर रही है, जिसका लक्ष्य निकट भविष्य में इन पदों को भरना है। यह पहल राज्य के विभिन्न विभागों में स्टाफिंग की जरूरतों को पूरा करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।
बिहार में शिक्षा विभाग ने हाल ही में हजारों रिक्त पदों को भरा है, इस प्रक्रिया में प्राथमिक और 10+2 दोनों स्तरों पर शिक्षकों की नियुक्ति शामिल है। यह व्यापक भर्ती अभियान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और स्कूलों में पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करने के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा था। सहायक प्रोफेसरों के लिए आगामी रिक्तियां राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ाने के लिए इसी तरह की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
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