Bihar Election Security. राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। इस कड़ी में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव सहित कई अन्य बड़े नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिहार सरकार के गृह विभाग को मिली खुफिया रिपोर्ट और चुनावी माहौल को देखते हुए यह सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है ताकि चुनाव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और नेताओं की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पप्पू यादव को मिली Y प्लस सुरक्षा
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव लंबे समय से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे थे। खासतौर पर लॉरेंश बिश्नोई गैंग से कथित धमकियों के बाद उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगाई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा था। अब पप्पू यादव को Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, जिसमें 8 से 11 सुरक्षकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। इस सुरक्षा बढ़ोतरी का मकसद उनके जीवन को संभावित खतरे से बचाना बताया गया है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को मिली जेड सुरक्षा
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को राज्य सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। तेजस्वी यादव राजनीतिक रूप से बिहार के प्रमुख विपक्षी चेहरे हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा को लेकर भी सरकार ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को मिली जेड प्लस सुरक्षा
बिहार के उपमुख्यमंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी को सुरक्षा की उच्चतम श्रेणी जेड प्लस दी गई है। सम्राट चौधरी राज्य सरकार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनके लिए यह सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि वे सुरक्षित रूप से चुनावी गतिविधियों को अंजाम दे सकें।
अन्य नेताओं की सुरक्षा में बदलाव
सरकार ने इस क्रम में जेडीयू के प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। इसके साथ ही बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह और जेडीयू विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू को भी Y प्लस सुरक्षा दी गई है। अररिया से सांसद प्रदीप सिंह की सुरक्षा में भी वृद्धि की गई है ताकि उनकी चुनावी यात्राएं बिना किसी बाधा के पूरी हो सकें।
सुरक्षा बढ़ाने के पीछे की वजह
बिहार सरकार के गृह विभाग को मिली खुफिया रिपोर्ट के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक माहौल काफी संवेदनशील और तनावपूर्ण है। चुनावी रैलियों, जनसभाओं और प्रचार के दौरान नेताओं को जान का खतरा बना रहता है। इसलिए सरकार ने चुनावी मौसम में सुरक्षा प्रबंधों को और कड़ा करने का निर्णय लिया है। इससे न केवल नेताओं को सुरक्षा मिलेगी बल्कि चुनाव प्रक्रिया भी शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सकेगी।
प्रशासन की तैयारियां
सरकार ने इस बीच पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती भी बढ़ा दी है। चुनावी ड्यूटी पर लगे सुरक्षाकर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही खुफिया तंत्र को भी चुस्त-दुरुस्त किया गया है ताकि किसी भी अप्रत्याशित घटना को समय रहते रोका जा सके। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि चुनाव की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।