उत्तर प्रदेश के बागपत से दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत और कानून दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। शहर कोतवाली क्षेत्र की गेटवे कॉलोनी में गेटवे इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल अमित चौहान पर एक कुत्ते को गोली मारकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगा है। आरोप लगाने वाली महिला वकील सोनिया चौधरी ने बताया कि कॉलोनी का एक पालतू कुत्ता अक्सर प्रिंसिपल की कार के गुजरते समय भौंकता था। इसी बात से खफा होकर प्रिंसिपल ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से कुत्ते पर गोली चला दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं बागपत कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी ने बताया कि प्राप्त तहरीर के आधार पर जांच कर मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
घटना को लेकर महिला अधिवक्ता सोनिया चौधरी कोतवाली पुलिस को लिखित के शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि कॉलोनी में रहने वाला एक पालतू कुत्ता स्कूल प्रिंसिपल की कार के गुजरने पर भौंकता था। इसी ‘अपराध’ से नाराज़ होकर प्रिंसिपल ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से कुत्ते को गोली मार दी। गोली लगते ही कुत्ते की मौके पर ही मौत हो गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि घटना के कुछ देर बाद प्रिंसिपल पक्ष के लोग पहुंचे और सड़क पर पड़ी कुत्ते के शव को उठाकर अपने साथ ले गए, ताकि सबूत मिटाया जा सके।
सबूत मिटाने की कोशिश?
हत्या के बाद प्रिंसिपल पक्ष के लोगों ने मौके पर पहुंचकर कुत्ते की बॉडी को कार में उठाकर अपने साथ ले गए, ताकि कोई कानूनी सबूत न बचे।
अधिवक्ता सोनिया चौधरी ने बताया कि “यह कोई छोटा मामला नहीं है। आज उन्होंने एक जानवर को मारा है, कल किसी इंसान को भी गोली मार सकते हैं। यह पूरी तरह से कानून के खिलाफ है। मैंने बागपत पुलिस को ट्वीट और लिखित शिकायत दी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। अधिकारी कावड़ यात्रा में व्यस्त होने का हवाला देकर हमें नजरअंदाज कर रहे हैं। हम इसका कानूनी और सामाजिक दोनों स्तर पर विरोध करेंगे।”
बागपत पुलिस पर उठे सवाल: क्या प्रिंसिपल जैसे रसूखदार को बचाने में जुटी पुलिस ?
कोई मामूली घटना नहीं है। आज एक जानवर मारा गया है, कल कोई इंसान भी इसकी गोली का शिकार हो सकता है। पुलिस को शिकायत दी गई, ट्वीट किया गया, ना तो अभी तक कोई एफआईआर दर्ज हुई है, ना ही शव की बरामदगी की कोशिश। लेकिन पुलिस अधिकारी कांवड़ में व्यस्त होने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। ऐसे में साफ है कि प्रिंसिपल जैसे रसूखदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने से पुलिस बचती दिख रही है। अगर न्याय नहीं मिला तो हम सड़कों पर उतरेंगे।”
पुलिस का बयान, जांच कर होगी कार्रवाई
वहीं बागपत कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी ने बताया कि प्राप्त तहरीर के आधार पर जांच कर मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतकर्ता अधिवक्ता सोनिया चौधरी की मांगें:
प्रिंसिपल अमित चौहान के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए।
कुत्ते की लाश बरामद कर पोस्टमार्टम कराया जाए।
कुत्ते की हत्या में प्रयुक्त लाइसेंस शस्त्र को तुरंत जब्त किया जाए।
पशु क्रूरता अधिनियम और आर्म्स एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई हो।
सवाल बागपत पुलिस से, आखिर क्यों नहीं की गई कार्रवाई
क्या बेज़ुबानों की जान की कोई कीमत नहीं?
क्या रसूखदारों के सामने कानून बौना हो गया है?
क्या बागपत पुलिस जानबूझकर मामले को दबा रही है?
यह घटना केवल एक कुत्ते की हत्या की नहीं, बल्कि हमारी संवेदनाओं, कानून और न्याय व्यवस्था की भी परीक्षा है। अगर आज इस प्रिंसिपल को सजा नहीं मिली, तो कल यह रवैया इंसानी जानों पर भी भारी पड़ सकता है। अब देखना यह है कि बागपत पुलिस न्याय का साथ देती है या रसूख का