बागपत जिले के बंदपुर गांव में एक दुखद घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। गांव के श्मशान घाट में एक युवक राजेश का अंतिम संस्कार करने पहुंचे ग्रामीण उस समय बाल-बाल बच गए, जब जर्जर लिंटर अचानक ढह गया। इस हादसे में कोई हताहत तो नहीं हुआ, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति गुस्सा और आक्रोश व्याप्त है। ग्राम प्रधान ने जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को लिखित शिकायत भेजकर श्मशान के पुनर्निर्माण की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान का लिंटर कई साल पुराना था और उसमें पहले से ही दरारें आ चुकी थीं। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। घटना के दिन, गर्मी से बचने के लिए कई ग्रामीण लिंटर के नीचे खड़े थे। अचानक सीमेंट के टुकड़े गिरने शुरू हुए, जिसके बाद लोग जान बचाने के लिए भागे। लिंटर का बड़ा हिस्सा ढह गया, और शेष हिस्से को भी ग्रामीणों ने सुरक्षा के लिए गिरा दिया।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि समय रहते मरम्मत या पुनर्निर्माण कराया गया होता, तो यह हादसा टल सकता था। ग्राम प्रधान ने डीपीआरओ को शिकायत भेजकर तत्काल निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे।
यह घटना प्रशासन की सुस्ती और जनता की सुरक्षा के प्रति उदासीनता को दर्शाती है। ग्रामीणों की मांग है कि श्मशान घाट का तुरंत पुनर्निर्माण किया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो।