बागपत: सावन मास में कांवड़ यात्रा को लेकर जहां भक्ति चरम पर है, वहीं विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक विचारधाराएं भी खुलकर सामने आ रही हैं। बागपत के बड़ौत में एक कांवड़ शिविर के उद्घाटन समारोह में पहुंचे हिंदू संगठन के नेता यशवीर महाराज ने अपने तीखे बयानों से माहौल को गर्मा दिया। उन्होंने विवादित धर्म प्रचारक छांगुर बाबा को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि, “छांगुर को ‘बाबा’ कहना सनातन धर्म का अपमान है। वह एक मुस्लिम व्यक्ति है और उसे उसी पहचान से पुकारा जाना चाहिए।”

छांगुर को फांसी देने की उठाई मांग

अपने बयान में यशवीर महाराज ने छांगुर पर लगे धर्म परिवर्तन के आरोपों को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि, “जिस तरह का कुकृत्य छांगुर ने किया है, उसके लिए उसे उम्र कैद नहीं बल्कि सीधी फांसी दी जानी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत में सनातन संस्कृति और धर्म की गरिमा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
“छांगुर जैसे लोगों को बाबा कहकर हम खुद अपने धर्म का अपमान कर रहे हैं। यह एक सोची-समझी साजिश है जो सनातन पर चोट करने के लिए की जा रही है,” उन्होंने कहा।

कांवड़ यात्रा में षड्यंत्र की आशंका जताई

इसके साथ ही यशवीर महाराज ने कांवड़ यात्रा को लेकर भी गंभीर आशंका जताई। उन्होंने कहा कि
“कांवड़ यात्रा को बदनाम करने के लिए मुस्लिम युवकों और विपक्षी राजनीतिक दलों से जुड़े असामाजिक तत्व कांवड़ियों के भेष में शामिल हो रहे हैं। यह एक साजिश है, जैसी प्रयागराज के महाकुंभ में रची गई थी।”

उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक भावनाओं को भड़काकर कांवड़ यात्रा जैसी पवित्र परंपरा को कलंकित करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन भक्तों को सतर्क और संयमित रहना होगा।

कांवड़ियों से संयम बरतने की अपील

यशवीर महाराज ने सभी शिवभक्तों से अपील करते हुए कहा, “अगर किसी भी स्थान पर कोई अप्रिय घटना होती है, तो हंगामा या तोड़फोड़ न करें। जगह-जगह पुलिस प्रशासन मुस्तैद है, ऐसे में हर घटना की जानकारी पुलिस को दें और संयम बनाए रखें।” और महाराजी ने प्रशासन से भी मांग की कि ऐसे षड्यंत्रों को रोकने के लिए हर कांवड़ मार्ग पर कड़ी निगरानी रखी जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

धर्म और भक्ति को जोड़ने का प्रयास

कांवड़ शिविर में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए यशवीर महाराज ने कहा कि “सावन का महीना केवल जल चढ़ाने का नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और धर्म की रक्षा का भी है। हमें अपने धर्म की मर्यादा को बनाए रखना होगा और उस पर होने वाले हर हमले का जवाब शांति और साहस से देना होगा।”

📌 यशवीर महाराज के प्रमुख बयान:

“छांगुर को बाबा कहना सनातन का अपमान”

“उसे उम्रकैद नहीं, फांसी मिलनी चाहिए”

“कांवड़ यात्रा को बदनाम करने के लिए विपक्ष और असामाजिक तत्व षड्यंत्र कर रहे हैं”

“श्रद्धालु संयम रखें, प्रशासन को दें हर जानकारी”

📌 पुलिस और प्रशासन को संदेश:

संवेदनशील बयानों और संभावित षड्यंत्रों को लेकर सतर्कता

कांवड़ मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा

सामाजिक सौहार्द बनाए रखने पर विशेष ध्यान

यशवीर महाराज के बयानों ने कांवड़ यात्रा के धार्मिक वातावरण में राजनीतिक और सामाजिक बहस की चिंगारी भी जला दी है। जहां एक ओर सनातन धर्म की मर्यादा की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी ओर यात्रा की सुरक्षा, पहचान और साजिशों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अब यह देखना अहम होगा कि प्रशासन इन बयानों के बाद क्या रणनीति अपनाता है, और श्रद्धालु इस सावन संयम और आस्था का कैसा परिचय देते हैं।

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