Varanasi : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में बन रहे देश के पहले अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर शुरू हो गया है। उद्घाटन से पहले बनारस रोपवे का गंडोला के दुर्घटनाग्रस्त होने का अफवाह फैलाने वालो के खिलाफ वाराणसी कमिश्नरेट सख्त हो गई है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले दो लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। दरअसल वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक करीब 3.2 किलोमीटर तक बन रहे अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। वाराणसी में बन रहे रोपवे को लेकर लोगों में इसकी शुरुआत का बेसब्री से इंतजार है।

अफवाह फैलाने वालो ने किया गंडोला गिरने का दवा, फर्जी वीडियो शेयर कर फैलाया अफवाह
वाराणसी के पब्लिक अर्बन रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर सोशल मीडिया पर दो लोगों के द्वारा सोशल मीडिया पर दुर्घटना का दावा करते हुए एक वीडियो शेयर किया गया। शेयर किए गए वीडियो में रोपवे के एक गंडोला को गिरते हुए दिखाया जा रहा है, जिसमें भगवा गमछा लिए कुछ लोग भी सवार है। सोशल मीडिया पर वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया किया गया कि बनारस में उद्घाटन से पहले ही रोपवे का डब्बा (गंडोला) टूटकर नीचे गिर गया, जिसमें बीजेपी के नेता बैठे थे। इसके साथ ही रोपवे की लागत को लेकर सवाल खड़े किए गए। इस वीडियो को लेकर जांच में वीडियो फर्जी निकला।
छत्तीसगढ़ के वीडियो को बनारस का बता फैलाया गया अफवाह,मुकदमा हुआ दर्ज
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को लेकर जब इसकी सत्यता पता किया गया वायरल वीडियो छत्तीसगढ़ के मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर में लगे रोपवे का निकला। 25 अप्रैल 2025 को रोपवे का एक ट्राली दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार बीजेपी नेता घायल हुए थे। अब उसी वीडियो को वाराणसी का बताकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाया जा रहा था।
ऐसे में वाराणसी के सिगरा थाने में रोडवेज चौकी प्रभारी ने दो सोशल मीडिया यूजर्स के खिलाफ शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करवाया। दर्ज हुए मुकदमे को लेकर वाराणसी काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया कि सोशल मीडिया पर डॉक्टर शीतल यादव और अशोक नामक यूजर्स के द्वारा वीडियो शेयर कर अफवाह फैलाया गया कि बनारस के रोपवे का उद्घाटन से पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया, लेकिन जांच में ऐसा कुछ नहीं पाया गया। ऐसे में अफवाह फैलाने वाले लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं सोशल मीडिया यूजर्स से भी अपील की गई है, कि बिना किसी पुष्टि के किसी भी फेक खबर को शेयर कर अफवाह न फैलाए।