नई दिल्ली- भारत में फिक्स्ड कम्युनिकेशन सेवाओं से होने वाली कुल आय वर्ष 2029 तक $16.5 बिलियन तक पहुंच सकती है, जो 2024 के $12.8 बिलियन से लगभग 5.2% की वार्षिक दर (CAGR) से वृद्धि होगी। यह जानकारी एक नई रिपोर्ट में दी गई है।
इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण है ब्रॉडबैंड सेवाओं की बढ़ती मांग, खासकर फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) और वायर्ड ब्रॉडबैंड सेवाओं की लोकप्रियता।
फिक्स्ड लाइन वॉयस सेवाएं रहेंगी पिछड़ती
हालांकि, रिपोर्ट बताती है कि फिक्स्ड लाइन वॉयस कम्युनिकेशन में 1.7% की गिरावट दर्ज होगी, क्योंकि लोग पारंपरिक कॉलिंग के बजाय VoIP ऐप्स (जैसे WhatsApp, Zoom, Teams आदि) पर शिफ्ट हो रहे हैं।
डिजिटल इंडिया और 5G FWA बनेंगे गेमचेंजर
भारत में डिजिटल इंडिया, BharatNet और 5G नेटवर्क के बढ़ते विस्तार से FWA सेवाएं ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से पहुंच रही हैं, जिससे कुल डेटा खपत और डिजिटल कनेक्टिविटी में भारी इजाफा हो रहा है।