यूपी में दवा के कारोबार में घुसने के साथ ही दवा कंपनियों और अस्पतालों में नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेजों के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने के बड़े खेल का उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल ने पर्दाफाश किया है। इस दौरान फर्जी दस्तावेज के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों 50 आवेदकों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कई राज्यों के संस्थान के नाम पर कराया रजिस्ट्रेशन
फॉर्मेसी काउंसिल के वेरीफिकेशन में यह खुलासा हुआ कि उत्तर प्रदेश के साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, कर्नाटक और उत्तराखंड संस्थानों के नाम से फर्जी दस्तावेज लगाकर रजिस्ट्रेशन कराने का खेल चल रहा था। इस दौरान फर्जीवाड़ा करने वालों ने सबसे ज्यादा फर्जी दस्तावेज राजस्थान के संस्थानों के नाम से बनाए हैं।
रजिस्ट्रार ने 50 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार डा. भानू प्रताप सिंह कल्याणी ने 50 लोगों के खिलाफ लखनऊ के गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। उनका कहना है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए काउंसिल में रजिस्ट्रेशन पाने की चाहत रखने वाले पूरे ये लोग बहुत जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।