प्रयागराज। ईरान-इजराइल-अमेरिका टकराव के बीच बीते 10 दिनों से ईरान में फंसे प्रयागराज के 90 तीर्थयात्रियों की सोमवार शाम घर वापसी हो गई। इन सभी को भारत सरकार द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत सुरक्षित स्वदेश लाया गया। रविवार रात इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ऑपरेशन सिंधु के तहत 285 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विमान उतरा, जिनमें प्रयागराज के ये 90 लोग भी शामिल थे।
इन तीर्थयात्रियों में 20 सदस्य एक ही परिवार के थे, जो 20 मई को ईरान गए थे और उन्हें 13 जून को वापस लौटना था। लेकिन युद्ध जैसे हालात के चलते उनकी वापसी टलती गई। सोमवार शाम ये सभी ट्रेन के माध्यम से प्रयागराज पहुंचे।
हौमा नाज़िम (58) ने कहा, “मोदी सरकार और भारतीय दूतावास का जितना धन्यवाद करें, कम है। ईरान में जब हम फंसे थे, तब भारतीय दूतावास के संपर्क में आने के बाद हमें पहली बार सुरक्षा का अहसास हुआ। वहां आवास से लेकर दवाइयों तक की हर जरूरत का ख्याल रखा गया।”
सईदा बेगम (70) ने बताया, “हमने ईरान में आसमान में मिसाइलें उड़ती देखीं। पूरा समूह दहशत में था। लेकिन दूतावास के अधिकारी जब हमसे मिलने आए, तो हमें राहत महसूस हुई।”
‘कारवां-ए-हैदरी’ समूह के सदस्यों ने बताया कि जैसे-जैसे ईरान की स्थिति बिगड़ती गई, वैसे-वैसे डर बढ़ता गया। एक सदस्य ने कहा, “पहले हालात काबू में थे, लेकिन अब बेहद खराब हो चुके थे। भारत सरकार ने जिस तत्परता और जिम्मेदारी से हमें सुरक्षित वापस लाया, वह वाकई काबिले तारीफ है।”
दरियाबाद निवासी समीऱ नक़वी ने बताया कि उनकी मां और अन्य रिश्तेदार भी इस समूह के साथ थे। “हम मोदी सरकार और दूतावास अधिकारियों के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने भारतीय नागरिकों के लिए ऐसा चमत्कार किया।”