प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण को मिली नई उड़ान, असिस्टेंट सेक्रेटरी प्रोग्राम की 10वीं वर्षगांठ पर संवाद

41% महिलाएं बनीं प्रशासनिक सेवा का हिस्सा

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि 2023 के IAS बैच में 74 महिला अधिकारी शामिल हैं, जो कुल 180 अधिकारियों का 41% हैं। यह अब तक का सबसे बड़ा महिला प्रतिनिधित्व है।

असिस्टेंट सेक्रेटरी प्रोग्राम का दसवां वर्ष

1 अप्रैल से 30 मई, 2025 तक चल रहे इस कार्यक्रम के तहत 46 केंद्रीय मंत्रालयों में प्रशिक्षुओं को नीति निर्माण और शासन की कार्यप्रणाली से अवगत कराया जा रहा है।

विविधता और युवा ऊर्जा से भरपूर बैच

डॉ. सिंह ने बताया कि बैच में 99 अधिकारी इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं, साथ ही चिकित्सा और तकनीकी क्षेत्रों से भी कई प्रशिक्षु हैं। यह बैच 22–26 वर्ष की औसत आयु वाला है, जिससे लंबे समय तक सेवा देने का अवसर मिलेगा।

राज्यों से बढ़ी भागीदारी

पंजाब, हरियाणा और उत्तर-पूर्व जैसे राज्यों से भी अब अधिक चयन हो रहा है, जो सिविल सेवा के लोकतंत्रीकरण की ओर संकेत करता है।

तकनीक, संवेदना और सुशासन

डॉ. सिंह ने कहा कि डिजिटल इंडिया, स्मार्ट सिटीज़ जैसे कार्यक्रमों की तकनीकी प्रकृति के कारण टेक्नोक्रेट्स की भूमिका अब राष्ट्रीय संपदा बन चुकी है। उन्होंने CPGRAMS, स्वामित्व योजना जैसे उदाहरण देकर तकनीक को सेवा का माध्यम बताया।

रिटायर्ड अधिकारियों की भागीदारी

डॉ. सिंह ने “सेवा से सेवानिवृत्त होते हैं, नागरिकता से नहीं” उद्धरण का हवाला देते हुए बताया कि अब रिटायर्ड अधिकारियों की विशेषज्ञता का उपयोग “डिजिटल रिपॉजिटरी ऑफ एक्सपर्टीज़” के माध्यम से किया जा रहा है।

भावनात्मक जुड़ाव और अंत्योदय की भावना

उन्होंने कहा कि शिकायतों का तकनीकी समाधान पर्याप्त नहीं होता, नागरिकों को भावनात्मक संतोष भी चाहिए। इसी सोच से ‘ह्यूमन डेस्क’ की स्थापना की गई है। साथ ही, उन्होंने प्रशिक्षुओं से अपील की कि वे सेवा, ईमानदारी और जवाबदेही की सर्वोच्च भावना के साथ कार्य करें।

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