प्रयागराज में हाल ही में हुई सनसनीखेज हत्या ने पूरे शहर को दहला दिया है। यह मामला केवल एक हत्या का नहीं बल्कि दोस्ती, धोखे और अवैध संबंधों की खतरनाक कहानी का प्रतीक बन गया है। बीते सप्ताह, BJP नेता रणधीर यादव की हत्या का खुलासा हुआ, जो उसके सबसे करीबी दोस्त राम सिंह द्वारा अंजाम दिया गया।
पुलिस के अनुसार हत्या के पीछे मुख्य कारण अवैध संबंधों और शक थे। रणधीर के मोबाइल फोन में उसकी पत्नी अंजली यादव की कुछ निजी तस्वीरें मिलीं, जिन पर राम सिंह का ध्यान गया। इन तस्वीरों को देखकर राम सिंह बेकाबू हो गया और उसने रणधीर पर हमला कर उसे तीन-तीन तमाचे मारे, गालियां दीं और फिर मौत के घाट उतार दिया।
हत्या के बाद राम सिंह ने अपनी हैवानियत को और बढ़ाया। पुलिस के अनुसार उसने लाश को 8 टुकड़ों में काटकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया और दो घंटे तक ट्रेन के सामने बैठकर यह क्रूर हरकत करता रहा और लाश के अनिगिनत टुकड़े होते हुए देखता रहा। उसने यह भी कहा, “कोई निशान नहीं बचना चाहिए।” इस घिनौने कृत्य ने पूरे प्रयागराज को हिलाकर रख दिया।
मामले की जांच में पुलिस ने बताया कि राम सिंह ने हत्या की योजना पहले से बनाई थी और यह सिर्फ शक या ईर्ष्या का मामला नहीं था, बल्कि पुराने विवाद और अवैध संबंधों की वजह से गहरी नफरत में बदला। अधिकारियों का कहना है कि इस हत्या ने यह स्पष्ट कर दिया कि अवैध संबंध और विश्वासघात किस हद तक इंसान को खतरनाक बना सकते हैं।
स्थानीय लोग और राजनीतिक सर्किल इस हत्या की भयावहता पर चर्चा कर रहे हैं। पुलिस ने राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है। मामला राज्य और राष्ट्रीय मीडिया में भी चर्चा का विषय बन गया है। यह घटना दोस्ती भरोसा और रिश्तों के महत्व को सामने लाती है और बताती है कि कभी-कभी व्यक्तिगत मनमुटाव और अवैध संबंध कितनी बड़ी त्रासदी को जन्म दे सकते हैं। प्रयागराज मर्डर मिस्ट्री अब न्याय प्रक्रिया और समाजिक चेतना दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक बन चुकी है।