राइजिंग नॉर्थईस्ट समिट में गौतम अदाणी की बड़ी घोषणा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को दिया श्रेय
नई दिल्ली, 23 मई 2025 — भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए अडानी समूह ने अगले 10 वर्षों में ₹1 लाख करोड़ के निवेश का ऐलान किया है। यह घोषणा अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने राइजिंग नॉर्थईस्ट ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में की।
तीन महीने में दूसरी बड़ी घोषणा, अब दोगुना निवेश
यह निवेश फरवरी 2025 में अडवांटेज असम 2.0 समिट के दौरान घोषित ₹50,000 करोड़ की प्रतिबद्धता को दोगुना करता है। अदाणी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व से प्रेरित होकर हम अगले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर में अतिरिक्त ₹50,000 करोड़ का निवेश करेंगे।”
ऊर्जा, डिजिटल और मानव संसाधन विकास पर रहेगा फोकस
गौतम अदाणी ने कहा कि यह निवेश ग्रीन एनर्जी, हाइड्रो और पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट्स, स्मार्ट मीटर, पावर ट्रांसमिशन, सड़कें, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स और कौशल विकास केंद्रों पर केंद्रित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि “हम केवल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, लोगों में निवेश करेंगे — स्थानीय रोजगार, उद्यमिता और समुदाय की भागीदारी को प्राथमिकता दी जाएगी।”
नॉर्थईस्ट में विकास की नई लहर
अदाणी ने प्रधानमंत्री मोदी की ‘Act East, Act Fast, Act First’ नीति की सराहना करते हुए कहा कि इस विजन से पूर्वोत्तर भारत में अब तक ₹6.2 लाख करोड़ का निवेश हो चुका है, सड़क नेटवर्क दोगुना होकर 16,000 किमी हो गया है और हवाई अड्डों की संख्या 9 से बढ़कर 18 हो गई है।
‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की ओर मजबूत कदम
अदाणी ने अपने भाषण का समापन इस संकल्प के साथ किया: “पूर्वोत्तर के भाइयों और बहनों, अडानी समूह आपके सपनों, गरिमा और भविष्य के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा। यह Viksit Bharat 2047 की दिशा में हमारा साझा योगदान है।”
निजी क्षेत्र की बड़ी भागीदारी, पूर्वोत्तर के विकास को मिलेगी नई रफ्तार
इस घोषणा से अदाणी समूह पूर्वोत्तर भारत के विकास में सबसे बड़े निजी निवेशकों में शामिल हो गया है। यह निवेश ऊर्जा, संपर्क और जीवन-यापन के साधनों में दीर्घकालिक बदलाव लाने की क्षमता रखता है।