वाराणसी के भदैनी में एक घर के ही पांच लोगों की हत्या के मामले में आए दिन नई बातें सामने आ रहीं हैं। ये केस पहले ही एक अलग एंगल ले चुका था लेकिन अब इस मामले में एक नई बात और खुली है। राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, और तीन बच्चों – नमनेंद्र, सुबेंद्र, और गौरांगी की हत्या के बाद परिवार का बड़ा भतीजा विशाल लापता हो गया है। पुलिस को भी उसकी कोई खोज खबर नहीं है। जिससे पुलिस का शक विक्की पर गहरा गया है। पुलिस की मान्यता है कि विक्की के पकड़े जाने पर इस हत्याकांड का खुलासा हो जाएगा, इसलिए उसकी तलाश में तेजी से काम चल रहा है।
वहीं, मृतक राजेंद्र की मां, शारदा देवी ने पुलिस को बताया कि विक्की अक्सर अपने चाचा राजेंद्र से विवाद करता था। विक्की का कहना था कि उसे और उसके भाई जुगनू को जायदाद का सही हिस्सा नहीं मिला, और अगर ऐसा जारी रहा तो वह पूरे परिवार को खत्म कर देगा। शारदा देवी के मुताबिक, विक्की ने दीपावली से पहले राजेंद्र की हत्या की धमकी दी थी।
पुलिस ने विक्की की तलाश के लिए दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, बंगलूरू और तमिलनाडु में पांच विशेष टीमों को भेजा है। इसके अलावा, राजेंद्र के घरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
राजेंद्र प्रसाद गुप्ता पर आरोप था कि उसने अपने छोटे भाई कृष्णा, उनकी पत्नी मंजू, पिता लक्ष्मी नारायण और चौकीदार की हत्या की थी। कृष्णा के दो बेटे विक्की और जुगनू, और एक बेटी डॉली है। विक्की के बारे में अलग-अलग जानकारी मिल रही थी – कभी वह बंगलूरू, कभी तमिलनाडु, अहमदाबाद या मुंबई में रहने का दावा करता था। जब राजेंद्र और उसके परिवार के पांच सदस्य मारे गए, तो जुगनू और बाकी रिश्तेदार तो घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन विक्की का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस को यह महसूस हुआ कि विक्की ने शूटरों की मदद से परिवार की हत्या की है, क्योंकि उसकी राजेंद्र से व्यक्तिगत दुश्मनी थी।
शारदा देवी ने पुलिस को बताया कि विक्की ने दीपावली से पहले उनसे मिलने के दौरान राजेंद्र के बारे में कड़ी बातें कही थीं। उसने कहा था कि राजेंद्र और उनके परिवार ने उसे और उसके भाई जुगनू को जायदाद से बेदखल कर दिया और भिखारी की औलाद तक कहा। विक्की ने धमकी दी थी कि वह दीपावली पर राजेंद्र और उसके परिवार को खत्म कर देगा। शारदा देवी ने उसे समझाने की कोशिश की थी, लेकिन विक्की नहीं माना। हालांकि, उसने 3 नवंबर को काम पर वापस जाने की बात भी कही थी।