नई दिल्ली: फिच सॉल्यूशंस की BMI (ब्रॉडमिंटन मार्केट इंटेलिजेंस) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित जीएसटी सुधार अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम कर सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यह सुधार अक्टूबर से प्रभावी हो सकते हैं, जिससे निजी खपत में वृद्धि की संभावना है। यदि यह सुधार सफल होते हैं, तो यह अमेरिकी टैरिफ के नकारात्मक प्रभाव को संतुलित कर सकते हैं।

BMI ने यह भी उल्लेख किया कि भारत की अर्थव्यवस्था अभी भी 6% से अधिक की वृद्धि दर बनाए रखे हुए है, जो इसे एशिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाता है। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ के कारण कुछ क्षेत्रों में दबाव देखा जा रहा है, लेकिन जीएसटी सुधार इस दबाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी सुधार से व्यापारिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और कर अनुपालन में सुधार होगा, जिससे व्यापारिक माहौल में सुधार होगा। यह सुधार भारतीय उद्योगों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती प्रदान कर सकते हैं।

हालांकि, यह सुधार अभी प्रस्तावित हैं और इनकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इन्हें कितनी प्रभावी तरीके से लागू किया जाता है।

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