भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में बढ़ती तनावपूर्ण स्थितियों के बीच, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाया है। पाकिस्तान पर बढ़ते आतंकी हमलों के बाद, भारत ने पाकिस्तान से होने वाले सभी प्रकार के आयात-निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के लिए अपना एयर स्पेस भी बंद कर दिया था, और अब अटारी बॉर्डर भी बंद कर दिया गया है, जिससे पाकिस्तान के लिए व्यापारिक गतिविधियाँ पूरी तरह से बाधित हो गई हैं।
भारत सरकार ने 3 मई को एक नोटिफिकेशन जारी करके पाकिस्तान से आने वाले सभी सामानों के इंपोर्ट पर पाबंदी लगा दी है। चाहे सामान डायरेक्ट पाकिस्तान से आए, इनडायरेक्ट हो, या थर्ड पार्टी के जरिए आए, सभी पर अब रोक लगा दी गई है। यह कदम भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है और पाकिस्तान के खिलाफ भारत का यह सख्त संदेश है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भारत की यह कार्रवाई पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को और भी कमजोर कर सकती है, जो पहले ही गंभीर संकटों से जूझ रहा है। पाकिस्तान के लिए यह कदम उस समय आया है, जब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान की आर्थिक मदद पर सवाल उठने लगे हैं।
भारत की योजना पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय फंडिंग को रोकने की
भारत अब पाकिस्तान को दी जा रही अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मदद पर पुनर्मूल्यांकन की मांग करेगा। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान को मिल रही आर्थिक सहायता का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है, इसलिए पाकिस्तान को दी जा रही फंडिंग पर रोक लगाई जानी चाहिए। भारत की कोशिश है कि पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला जाए, ताकि उस पर आर्थिक दबाव और बढ़े।
भारत अगले महीने जून में FATF की बैठक में इस मुद्दे को उठाने की योजना बना रहा है। यदि FATF पाकिस्तान को अपनी ‘ग्रे लिस्ट’ में शामिल करता है, तो पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो सकती है, क्योंकि इससे उसे वैश्विक वित्तीय संस्थानों से सहायता प्राप्त करने में कठिनाइयाँ होंगी।
कुल मिलाकर, भारत का यह कदम पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, और इससे उसे आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश भी जाएगा।