उत्तर प्रदेश में त्योहारों के दौरान मिलावटखोरी के खिलाफ योगी सरकार ने जनता को भी इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल किया है। पनीर, खोया या मिठाई में खराबी नजर आए या किसी खाद्य पदार्थ में अस्वस्थकर स्वाद, गंध या रंग दिखे, तो अब लोग चुप नहीं रहेंगे। सरकार ने टोल फ्री नंबर और व्हाट्सएप नंबर जारी कर दिए हैं, ताकि मिलावटखोरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जा सके।
यदि किसी नागरिक को कहीं भी मिलावटी, नकली या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थ बनाते या बेचते देखा जाए, तो वह तुरंत इसकी शिकायत कर सकता है। शिकायत करने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत करने के नंबर:
- टोल फ्री हेल्पलाइन: 1800-180-5533
- व्हाट्सएप (खाद्य पदार्थ): 9793429747
- व्हाट्सएप (दवाओं से जुड़ी शिकायत): 8756128434
सरकार का उद्देश्य और अभियान:
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की सचिव डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्योहारों के दौरान मिलावटखोरी रोकने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में किसी भी नागरिक के स्वास्थ्य के साथ समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस वर्ष का दीपावली विशेष अभियान पहले से अधिक व्यापक और प्रभावशाली रहा। केवल बड़े शहरों में ही नहीं, बल्कि छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में भी निरीक्षण और छापेमारी की गई। अभियान में कुल 4621 निरीक्षण, 2085 छापे, और 2853 नमूनों की जांच की गई। इनमें से भारी मात्रा में मिलावटी और अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ पकड़े गए।
प्रमुख जिलों में कार्रवाई:
- उन्नाव: 215 किलो खोया जब्त कर नष्ट, एफआईआर दर्ज।
- मथुरा: 400 किलो मिलावटी पनीर नष्ट।
- लखनऊ: 802 किलो खोया नष्ट।
- झांसी: 1200 किलो खोया बरामद।
- हाथरस: 790 किलो मिलावटी आचार जब्त, 3000 किलो खराब आचार नष्ट।
- बुलंदशहर: 3000 किलो मिलावटी रसगुल्ला और गुलाबजामुन पकड़े गए।
- मीरजापुर: 1478 किलो मिलावटी खोया जब्त।
- सहारनपुर: 1100 किलो खोया नष्ट।
- हापुड़: 6000 लीटर रिफाइंड सोयाबीन तेल जब्त।
- कानपुर, मेरठ, गोरखपुर और एटा में भी बड़ी बरामदगी:
- कानपुर देहात: 500 लीटर दूध, 400 किलो खोया, 2200 किलो बर्फी, 250 किलो पेड़ा और 358 किलो स्वीट केक नष्ट।
- गोरखपुर: 1400 किलो पनीर और खोया, 1000 लीटर खराब सरसों तेल जब्त।
- मेरठ: 71 लीटर पामोलीन तेल, 20 किलो स्किम्ड मिल्क पाउडर, 2500 किलो खोया और 180 किलो पनीर नष्ट।
- एटा: 340 लीटर सरसों तेल और 900 किलो घी नष्ट।
हाईवे और टोल प्लाजा पर छापे:
अभियान केवल शहरों तक सीमित नहीं रहा। टोल प्लाजाओं और हाईवे पर भी मिलावटखोरों की धरपकड़ की गई।
- साहिबाबाद टोल: 750 किलो पनीर जब्त।
- हापुड़ टोल छिजारसी: 1500 किलो पनीर।
- एनएच-34, जीटी रोड कानपुर: 4040 किलो खोया पकड़ा गया।
- बाराबंकी टोल: 910 कार्टन मिलावटी मिठाई।
- कानपुर पनकी रोड: 2450 किलो खोया नष्ट।
जनस्वास्थ्य सर्वोपरि:
डॉ. रोशन जैकब का कहना है कि अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि त्योहारों के दौरान कोई भी नागरिक स्वास्थ्य संबंधी खतरे का सामना न करे। नष्ट की गई सामग्री में मानव उपभोग योग्य नहीं रही, इसलिए मौके पर ही नष्ट की गई। सरकार का यह कदम उपभोक्ताओं को सुरक्षित बनाने और मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने का प्रभावी माध्यम है।
योगी सरकार का यह अभियान केवल चेतावनी नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई का प्रतीक है। मिलावटखोरी रोकने के लिए जनता की सहभागिता जरूरी है और सरकार ने इसे सहज बनाने के लिए हेल्पलाइन और व्हाट्सएप जैसे डिजिटल माध्यम उपलब्ध कराए हैं।