पनामा सिटी: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पनामा सिटी में आयोजित एक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिए गए बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को पोषित करने और भारतीय नागरिकों पर हमला करने के खिलाफ एक जरूरी कदम था। थरूर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से यह बताया था कि ऑपरेशन सिंदूर आवश्यक था, क्योंकि आतंकवादी हमलावरों ने 26 महिलाओं के पति और उनके विवाहित जीवन को छीन लिया था, और उनके माथे से सिंदूर हटा दिया था।
अंतरराष्ट्रीय एकजुटता और भारत का राष्ट्रीय उद्देश्य
थरूर ने पनामा विधानसभा के अध्यक्ष डाना कास्टानेडा के साथ बैठक में कहा कि भारत के विभिन्न हिस्सों से और विभिन्न राजनीतिक पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, हम सभी एक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए एकजुट हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण भारत को ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देना पड़ा।
भारत का स्पष्ट संदेश: आतंकवादियों को नहीं छोड़ा जाएगा
कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जो कि आतंकवादियों के मुख्यालयों के रूप में पहचाने गए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत को युद्ध की कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन आतंकवादियों द्वारा की गई कृत्य को दंडित किए बिना छोड़ना संभव नहीं था।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता
शशि थरूर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवादियों को सख्त संदेश दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी तरह की चुप्पी नहीं बर्दाश्त करेगा। यह बयान भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ नीति को और मजबूत करता है, जो किसी भी देश के आंतरिक मामलों में दखलंदाजी के बिना, अपनी सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा करने का अधिकार मानता है।
पनामा सिटी में शशि थरूर का यह बयान एक मजबूत राजनीतिक संदेश देता है कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन सिंदूर, जो पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किया गया, भारत की सुरक्षा नीति की एक महत्वपूर्ण कड़ी है और यह दर्शाता है कि भारतीय सरकार आतंकवाद के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार है, चाहे वह किसी भी सीमा में हो।