Deepawali: दिपावाली के मौके पर जमकर आतिशबाजी होती है. ये कोई पहली बार नहीं हैं. आतिशबाजी का नजारा आंखों को बहुत लुभाता है, लेकिन आपको मालूम हो कि पटाखों से निकलने वाले धुएं आंखों के लिए बड़ा खतरा हैं. इससे निकलने वाला प्रदूषण आंखों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है और समय रहते इसके जोखिमों को समझना बहुत ही जरूरी है.
पटाखों से निकलने वाले प्रदूषण से आंखों में हो सकती हैं ये दिक्कतें
आंखों में जलन और रेड होना: पॉल्यूशन और धूल के कण से आंखों में जलन पैदा हो सकती हैं. जिससे आंखों में रेडनेस, खुजली और जलन हो सकती है.
ड्राई आई: आंखों में नमी की कमी और प्रदूषकों के संपर्क में आने से आंखें सूखी और असहज महसूस कर सकती हैं.ड्राई आई का इलाज अगर आप वक्त रहते नहीं करते हैं तो यह खतरनाक रूप ले सकती है.
आंखों में इंफेक्शन: पॉल्यूशन के छोटे-छोटे कण कंजंक्टिवाइटिस जैसे इंफेक्शन के जोखिम को बढ़ा सकते हैं.
आंखों का ऐसे रखें खास ख्याल..
सेफ्टी आईवियर पहनें: गॉगल्स हमें पॉल्यूशन से भी बचाती है. इसके कारण आंखों तक छोटे-छोटे कण पहुंचने वाले विदेशी कणों की संभावना कम हो जाती है.
आंखों को पानी से धोएं: धुएं या धूल के संपर्क में आने के बाद आंखों में जाने वाले जलन पैदा करने वाले तत्वों को साफ पानी से धोने से आंखों को धोने में मदद मिल सकती है.
आंखों को रगड़ने से बचें: अगर आपकी आंखों में खुजली या जलन महसूस होती है. तो उन्हें रगड़ने के बजाय धीरे से थपथपाएं. रगड़ने से जलन बढ़ सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.