पंजाब और गुजरात उपचुनाव में मिली धमाकेदार जीत के बाद आम आदमी पार्टी ने बुधवार को दिल्ली में जीत का जश्न मनाया। समारोह के मुख्य अतिथि व “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शानदार जीत देने के लिए गुजरात-पंजाब की जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पंजाब और गुजरात उपचुनाव में जीत के संदेश साफ हैं कि पंजाब में “आप” पर जनता का भरोसा बढ़ा है और गुजरात में बदलाव की बयार चल रही है। गुजरात की जनता ने बदलाव की राजनीति को अपना लिया है। यह जीत सिर्फ़ चुनाव की नहीं, भरोसे और उम्मीद की भी है। सिर्फ “आप” सत्ता से पैसा-पैसे से सत्ता के सिस्टम के खिलाफ लड़ रही है। इसलिए देश को कांग्रेस-बीजेपी से नहीं, सिर्फ “आप” से उम्मीद है। इस दौरान सीएम भगवंत मान, पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया, गुजरात प्रभारी गोपाल राय समेत “आप” के सभी बड़े नेता मौजूद रहे।
“आप” देश को साफ-सुथरी राजनीति देकर एक लंबी लकीर खींचने के लिए राजनीति में आई है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने शानदार जीत दर्ज करने वाले लुधियाना पश्चिम से नवनिर्वाचित विधायक संजीव अरोड़ा और विसावदर के नव निर्वाचित विधायक गोपाल इटालिया को बधाई देते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि संजीव अरोड़ा अपनी विधानसभा में जाकर मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पंजाब को तरक्की में और आगे बढ़ाएंगे और गोपाल इटालिया विधानसभा में जाकर भाजपा की नाक में दम करेंगे। मैं “आप” पर इतना जबरदस्त विश्वास दिखाने के लिए गुजरात और पंजाब के लोगों का धन्यवाद देता हू। उन्होंने कहा कि “आप” देश को एक साफ सुथरी राजनीति देकर परंपरागत राजनीति के सामने एक लंबी लकीर खींचने आई है। संजीव अरोड़ा और गोपाल इटालिया की पृष्ठभूमि बिल्कुल साफ-सुथरी है। ये साफ छवि के समाजसेवी लोग हैं। इन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ किया है। ऐसे लोगों को टिकट देकर विधानसभा में पहुंचाना केवल “आप” ही कर सकती है, कोई और पार्टी नहीं।
देश की जनता गुंडे, मवाली, लुच्चे, लफंगों वाली पार्टियां से छुटकारा चाहती है – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक जमाने में कहा जाता था कि अच्छे लोग राजनीति में नहीं आने चाहिए, क्योंकि राजनीति उनके लिए नहीं है। लेकिन “आप” ने इस धारणा को तोड़ा है। मैं मानता हूं कि अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए, लेकिन मेहनत भी करनी चाहिए ताकि जनता उनका साथ दे। संजीव अरोड़ा और गोपाल इटालिया ने मेहनत की और जनता ने इन्हें भारी समर्थन दिया, जो अद्भुत है। यह जीत दिखाती है कि इस देश की जनता साफ-सुथरी राजनीति चाहती है। जनता चाहती है कि गुंडे, मवाली, लुच्चे, लफंगे, जो आज पार्टियों में भरे पड़े हैं, उनसे छुटकारा मिले और अच्छे, ईमानदार, साफ-सुथरी छवि वाले, काम करने वाले लोग राजनीति में आएं।
लुधियाना पश्चिम की जीत ने “आप” के काम पर लगाई मुहर, 2027 में 2022 का रिकॉर्ड तोड़ेंगे – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह का जीत का मार्जिन है, वह अद्भुत है। पंजाब में दो साल बाद चुनाव हैं। तीन साल से हमारी सरकार चल रही है। अक्सर कहा जाता है कि तीन साल सरकार चलाने के बाद सत्ता विरोधी लहर आ जाती है। लेकिन संजीव अरोड़ा जिस मार्जिन से जीते, उससे लगता है कि सत्ता विरोधी लहर तो छोड़ो, सत्ता समर्थक लहर है। पिछली बार इस विधानसभा में 1,15,000 वोट पड़े थे, इस बार 85,000 वोट पड़े। पिछली बार “आप” 7,500 मतों के अंतर से जीती थी, इस बार “आप” को 10,700 मतों के बड़े अंतर से जीत मिली है। इसका मतलब है कि लोग पिछली बार से ज्यादा समर्थन दे रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि बहुत अच्छा काम कर रहे हो, आगे बढ़ो। यह राजनीति में अक्सर देखने को नहीं मिलता। जिस तरह से “आप” की सरकार पंजाब में काम कर रही है, ऐसा लगता है कि पिछली बार 92 सीटें आई थीं, इस बार 100 से ज्यादा सीटें मिलेगी।
नशे के विरुद्ध अभियान से पंजाब के लोग खुश, हमें खूब दे रहे आशीर्वाद- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में नशे के खिलाफ जो युद्ध छेड़ा गया है, वह भी एक बड़ी बात है। गांव-गांव से, छोटे-छोटे परिवारों से हमें जो आशीर्वाद मिल रहा है, वह इसलिए है क्योंकि जिनके बच्चे नशे में डूब गए थे, वे अब बाहर आ रहे हैं। यही आशीर्वाद “आप” को तरक्की देता है। पूरे देश में नशा है, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, गोवा, हर जगह। लेकिन पंजाब में जिस तरह नशे पर चोट की जा रही है, बड़े-बड़े तस्करों को पकड़ा जा रहा है, उनके खिलाफ बुलडोजर चलाए जा रहे हैं, मैसेज दिया जा रहा है कि चाहे कितना भी बड़ा नेता हो, नशे की तस्करी में शामिल होगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। पुरानी सरकारों ने पंजाब को नशे में धकेला, उनके लोग मंत्री रहते हुए सरकारी गाड़ियों में नशा बांटते थे, अपने घरों में अंतरराष्ट्रीय तस्करों को रखते थे, उनके खिलाफ अब कार्रवाई हो रही है। आज पंजाब में प्रो-पीपल, ईमानदार “आप” की सरकार है। चाहे कितना भी बड़ा या शक्तिशाली आदमी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। यह मैसेज पंजाब के लोगों को पसंद आ रहा है और यही कारण है कि लुधियाना पश्चिम की सीट से “आप” ने जीत हासिल की।
गुजरात की जनता बीजेपी के कुशासन से तंग है और उसे हराना चाहती है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसी तरह गुजरात में भी “आप” की जीत का मार्जिन पिछली बार के मुकाबले दोगुना-तिगुना है। पिछली बार “आप” बहुत कम मार्जिन से जीती थी, लेकिन इस बार पिछली बार से तीन गुना ज्यादा बड़े अंतर से जीती। यह दिखाता है कि गुजरात की जनता भाजपा के 30 साल के शासन से त्रस्त हो चुकी है। गुजरात दौरे के दौरान मुझसे बीजेपी के एक मंत्री ने कहा कि पूरी गुजरात की जनता भाजपा से तंग आ चुकी है और उसे हराना चाहती है। लेकिन भाजपा की प्रशासन और सिस्टम पर ऐसी पकड़ है कि यह मुश्किल लगता है। मैंने उनसे कहा कि यह जनतंत्र है और जिस दिन जनता खड़ी हो जाएगी, बड़े-बड़े सिंहासन डोल जाएंगे।
कांग्रेस की पांच सीटों पर हमने प्रत्याशी नहीं उतारे, लेकिन कांग्रेस ने विसावदार में प्रत्याशी उतार दिया, फिर भी हम जीते- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात की यह जीत 2027 के चुनावों का एक संकेत है। यह दिखाता है कि गुजरात की जनता भाजपा से त्रस्त है और अब उनके पास “आप” के रूप में एक अच्छा विकल्प है। कांग्रेस कोई विकल्प नहीं थी। कांग्रेस भाजपा की गोद में है, उसकी जेब में है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 17 सीटें मिलीं, जिनमें से 5 विधायक भाजपा में चले गए। “आप” को 5 सीटें मिलीं, जिनमें से एक विधायक भाजपा में चला गया। कांग्रेस के साथ हमारी बात हुई थी कि उनकी 5 सीटों पर हम चुनाव नहीं लड़ेंगे और “आप” की एक सीट पर वे नहीं लड़ेंगे। “आप” ने उनकी 5 सीटों पर कैंडिडेट नहीं उतारा, लेकिन जब हमारी सीट का चुनाव आया, भाजपा के आदेश पर कांग्रेस ने धोखा किया और हमें हराने के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया।
बीजेपी-कांग्रेस एक ही सिस्टम के हिस्से और “आप” इस सिस्टम के खिलाफ लड़ रही – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह साफ दिखाता है कि कांग्रेस से देश को कोई उम्मीद नहीं है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भाजपा के साथ मिला हुआ है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कहता हूं और इसके सबूत हैं। कांग्रेस का आम कार्यकर्ता, जो गलियों में घूमता है, वह खुद को ठगा महसूस करता है, क्योंकि उनका शीर्ष नेतृत्व भाजपा के साथ साठ-गांठ करती है। लेकिन जनतंत्र में जनता मालिक है। हमने उनकी 5 सीटें छोड़ दीं, फिर भी वे हार गए। हमारी एक सीट पर उन्होंने उम्मीदवार उतारा, फिर भी हम जीत गए। “आप” कांग्रेस और भाजपा से नहीं, बल्कि इस सिस्टम से लड़ रही है। दोनों पार्टियां एक ही सिस्टम का हिस्सा हैं: सत्ता से पैसा, पैसे से सत्ता। सत्ता हासिल करो, पैसा कमाओ, फिर शराब, साड़ी, बर्तन बांटो और चुनाव जीतो। इस सिस्टम के खिलाफ “आप” लड़ रही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 7-8 साल में गुजरात में कांग्रेस के 70 बड़े नेता भाजपा में शामिल हो गए। वहां कांग्रेस का क्या बचा? अब तो कांग्रेस भाजपा ही बन गई है। केवल “आप” ही गुजरात, पंजाब और पूरे भारत के लिए इस सिस्टम से लड़ रही है। मैं जनता को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं कि उनका “आप” पर विश्वास है। मैं सभी कार्यकर्ताओं को इस शानदार जीत के लिए बधाई देता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि यह गुजरात और पंजाब के दोनों चुनाव सेमीफाइनल साबित होंगे। 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव में हम 100 से ज्यादा सीटें जीतेंगे और गुजरात में “आप” अपनी सरकार बनाएगी।
केजरीवाल ने काम की राजनीति को जन्म दिया – भगवंत मान
इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जब सारी पार्टियां, सारा पैसा और सारा सिस्टम एकजुट हो जाए, तब जीत हासिल करना बहुत बड़ी बात है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने जीत कर दिखाया। “आप” के लोग आम घरों से हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि हम लोकसभा, राज्यसभा, मंत्री या मुख्यमंत्री जैसे पदों तक पहुंचेंगे। चंडीगढ़ के सेक्टर 2 या 4 में रहने वाले लोग आम लोगों को अपने पास नहीं फटकने देते, लेकिन आम आदमी पार्टी ने आम लोगों को इन ऊंचे स्थानों तक पहुंचाया। दूसरी पार्टियां में जिला प्रधान तक के पद इनके बेटों, साले, भतीजों तक सीमित है, लेकिन “आप” ने इस धारणा को तोड़ा और एक नई दिशा दी। “आप” ने राजनीति को लेकर लोगों की धारणा बदली है, जो पहले पैसे वालों और गुंडों का खेल मानी जाती थी। राजनीति में बुरे लोग इसलिए ज्यादा हैं, क्योंकि अच्छे लोग इसमें कम आते हैं।
भगवंत मान ने कहा कि कपूरथला हाउस, कपूरथला के राजा का महल था। उन्होंने फरीदकोट हाउस, पटियाला हाउस और नाबा हाउस का भी जिक्र किया, जो राजाओं के महल थे। उन्होंने कहा, आज हम यहां जनता, संविधान और अच्छी सोच की वजह से हैं। हमारी टीम एक परिवार की तरह काम करती है और अरविंद केजरीवाल को परिवार का मुखिया है। उनके हर फैसले परिवार को बचाने और बढ़ाने के लिए होते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें डर था कि आजादी के बाद देश काले अंग्रेजों के हाथों में न चला जाए। 75 साल बाद भी सीवरेज के ढक्कन जैसी बुनियादी समस्याएं बनी हुई हैं, क्योंकि पहले की सरकारों ने काम नहीं किया। अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और इंफ्रास्ट्रक्चर की बात शुरू की, जिसने दूसरी पार्टियों के मेनिफेस्टो तक बदल दिए। पहले नूरा कुश्ती चलती थी, लेकिन अब “आप” ने राजनीति को नई दिशा दी है।
लुधियाना पश्चिम से “आप” की यह जीत सकारात्मकता और विकास की जीत है- संजीव अरोड़ा
उधर, नवनिर्वाचित विधायक संजीव अरोड़ा ने लुधियाना पश्चिम की जनता का आभार जताते हुए कहा कि मैने यह चुनाव सकारात्मकता और विकास के लिए लड़ा। मैं चाहता हूं कि लुधियाना में वास्तव में बदलाव आए। तीन साल में काफी अच्छे बदलाव आए हैं। आगे भी सिर्फ लुधियाना नहीं, पूरे पंजाब में बदलाव जारी रहेगी। पंजाब में यह बड़ी जीत हमारी हुई है। पहले के मुकाबले इस बार हमे ज्यादा वोट मिले। यह जीत सकारात्मकता और विकास की जीत है। मैने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान एक बार भी अपने किसी प्रतिद्वंद्वी का नाम नहीं लिया। मैने जनता को सिर्फ बीते तीन साल में क्या-क्या किया, उसके बारे बताया। मुझे नहीं पता था कि मैं चुनाव लडूंगा, बिना किसी वोट के लालच के काम किया था। मुझ पर विश्वास जताने के लिए मैं अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान का बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं।
पूरा गुजरात “आप” की अगुआई में बदलाव चाहता है – गोपाल इटालिया
वहीं, विसावदार से नव निर्वाचित विधायक गोपाल इटालिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने देश को एक नई सोच और नया विचार देने का काम किया है। हम सबकी कॉमन सोच हमारी बुनियादी जरूरतें हैं। बुनियादी जरूरतों की बात सदन में की जाए। हमारे बुनियादी अधिकारों पर सरकार काम करे और हमारे संवैधानिक अधिकार हमें दे। लेकिन सरकार पैसे से बनती है और सरकार से पैसा बनता है। यही खेल सालों से चलता आ रहा है। देश की राजनीति में पहली बार ऐस हुआ कि अरविंद केजरीवाल की सोच ने ऐसी राजनीति पैदा की, जहां न पैसे से सरकार बनती और न सरकार से पैसा बनता, बल्कि जनता सरकार बनाती है और सरकार जनता का काम करती है। मैं जिस विसाबदर सीट से जीतकर आया हूं, भाजपा ने सभी मंत्री से लेकर, पैसा तक उतार दिया था। मैने तो पैसा नहीं दिया, सिर्फ अरविंद केजरीवाल के विचार को रखा और कहा कि हम जीतेंगे तो आपका काम करेंगे। जनता उस सोच पर मोहर लगाई, मैं सभी मतदाताओं का अहसानमंद हूं कि उन्होंने सही को चुना और गलत को भगाया। गुजरात सालों से बदलाव चाहता है,भाजपा से थक चुका है। गुजरात की जनता आम आदमी पार्टी की अगुआई में बदलाव चाहती है। गुजरात का जनादेश साफ है।