वाराणसी। देश के चर्चित नेशनल हेराल्ड और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने अपनी पहली चार्जशीट दाखिल किया है। मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के साथ अन्य के खिलाफ दाखिल चार्जशीट को लेकर राजनीति गर्माने लगी है। बुधवार को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ईडी के चार्जशीट दाखिल किए जाने से नाराज़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का आरोप है, कि यह पूरी कार्रवाई पीएम मोदी और गृहमंत्री के इशारे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम किए जाने के लिए किया जा रहा है। अपने आरोपों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। वही धरने पर बैठे कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि गुजरात में राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता और सक्रियता से बीजेपी घबरा गई है। ऐसे में उनके परिवार को परेशान करने और झूठे आरोपों में फंसाने की साजिश किया जा रहा है।

जानिए क्या है नेशनल हेराल्ड मामला, जिसमें कांग्रेस के कई दिग्गजों पर लगा है आरोप…

नेशनल हेराल्ड मामला वर्ष 2012 में प्रकाश में आया जब पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने पटियाला हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल किया। इस याचिका में आरोप लगाया कि सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा गलत तरीके व धोखधड़ी से नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिकाना हक वाली कंपनी एसोसिएट जर्नल्स का अधिग्रहण किया गया। अधिग्रहण का आरोप यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के द्वारा किए जाने का आरोप है। इसके साथ ही यह भी आरोप है,कि अधिग्रहण के जरिए करीब 2000 करोड़ की कंपनी की संपत्ति को मात्र 50 लाख रुपए देकर हड़पा गया और दिल्ली के हेराल्ड हाउस की संपत्ति पर कब्जा कर लिया गया।

ईडी ने मामले को लेकर की थी ताबड़तोड़ छापेमारी, कांग्रेस नेताओं का नाम आने से मचा हड़कंप

2012 में दायर इस याचिका का वर्ष 2014 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू कर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडिस, सैम पित्रोदा सहित सुमन दुबे को आरोपी बनाया। बता दें कि इन आरोपियों में ऑस्कर फर्नांडिस और मोतीलाल वोरा का निधन हो चुका है। वही इस मामले को लेकर ED ने मुंबई, दिल्ली सहित करीब 16 स्थानों पर छापेमारी किया था। जबकि सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कांग्रेस कहें वरिष्ठ नेताओं से पूछताछ किया। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को मानी लांड्रिंग मामले में कई अहम साबूत मिले। ऐसे में अब ED ने अपनी पहली चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया है।

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