UP Sanjay Nishad Statement. उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के बयान ने सियासी हलकों में नया विवाद खड़ा कर दिया है। सोमवार 26 अगस्त को गोरखपुर के एनेक्सी भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. संजय निषाद ने BJP से सीधे सवाल किया और कहा कि यदि उन्हें लगता है कि छोटे दलों से कोई फायदा नहीं है, तो गठबंधन तोड़ दें।

गठबंधन और सहयोगी दलों पर दो टूक

डॉ. संजय निषाद ने कहा कि 2022 में राजभर और पटेल समाज सपा के साथ थे, तो चुनाव परिणाम 40 से 125 तक पहुंच गया। वहीं, भाजपा के साथ होने पर योगी-2.0 की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि आज भी छोटे सहयोगी दल भाजपा को फायदा दे रहे हैं, इसलिए उन्हें समाज को गुमराह करने वाले नेताओं से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा अगर भाजपा को लगता है कि हमसे कोई फायदा नहीं मिल रहा है, तो गठबंधन तोड़ दे। छोटे सहयोगी दलों के बिना सरकार नहीं चल सकती। यह ध्यान में रखना चाहिए।

पूर्व राज्‍यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद पर निशाना

डॉ. संजय निषाद ने पूर्व राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद और अन्य नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता छोटे सहयोगी दलों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने 2024 की हार में बड़ा योगदान दिया। कुंभ-उधर समेलन में वे दौड़ते रहे, लेकिन निषाद समाज के हित की लड़ाई नहीं लड़े। 2022 में विनोद बिंद जैसे नेता टिकट के लिए संघर्षरत थे, हमने उन्हें आगे बढ़ाया। आज भी समाज को गुमराह करने का काम बंद होना चाहिए।

पिछड़ी जातियों और समाज की भूमिका

डॉ. संजय निषाद ने कहा कि निषाद समाज और अन्य पिछड़ी जातियों के नेताओं का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से कहा आशीष पटेल भाई समाज के नेता हैं। वे पटेलों और कुर्मी समाज के लिए काम कर रहे हैं। निषाद पार्टी निषाद समाज की है। सभी सहयोगी दलों का सम्मान करना चाहिए।

सियासी संदेश

डॉ. संजय निषाद का संदेश साफ है कि BJP को सहयोगी दलों का महत्व समझना होगा, और छोटे दलों के वोट और समर्थन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह नहीं माना गया, तो गठबंधन की मजबूती पर असर पड़ सकता है।

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