Basti: इन दिनों देशभर में रिश्तों के नाम पर हो रहे अपराधों की एक के बाद एक दिल दहला देने वाली कहानियाँ सामने आ रही हैं। एक तरफ जहां सोनम रघुवंशी और मुस्कान रस्तोगी जैसी महिलाएं अपने पतियों को प्रेमियों के साथ मिलकर मौत के घाट उतार रही हैं, वहीं अब बस्ती से एक खबर ने तस्वीर का दूसरा रुख दिखा दिया है — इस बार हत्या की शिकार एक महिला बनी है, और हत्यारा है उसका पति।
मामला क्या है?
घटना बस्ती जिले के हरैया थाना क्षेत्र के कस्बे की है, जहाँ देर रात परवेश यादव नामक युवक ने अपनी पत्नी गीता को लोहे की सरिया से पीट-पीटकर मार डाला।
जानकारी के अनुसार, परवेश शराब के नशे में था और पत्नी से उसका विवाद चल रहा था। शक और गुस्से में अंधा होकर उसने गीता पर ताबड़तोड़ वार किए। घायल गीता को स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस की मदद से सीएचसी हरैया पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही हरैया पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। आरोपी परवेश यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। घटना की गंभीरता को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की और निर्देश दिए।
जब एक तरफ महिलाएं अपराध में शामिल होकर पुरुषों की हत्या कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ पुरुष भी शक और गुस्से में पत्नियों की हत्या कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह नहीं कि कातिल कौन है — मर्द या औरत, सवाल यह है कि क्या रिश्तों में इंसानियत बची है?
शराब, शक और संवादहीनता ने आज के दांपत्य जीवन को जिस मोड़ पर ला खड़ा किया है, वहां अब कानून से पहले समाज को भी आत्ममंथन करना होगा।
गीता की मौत सिर्फ एक घटना नहीं, एक चेतावनी है — अगर रिश्तों को समझ, धैर्य और संवाद से नहीं सहेजा गया, तो अगली गीता, अगला सौरभ या अगला राजा बहुत दूर नहीं।