केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को कहा कि GST दर 12% से घटाकर 5% करने से 2030 तक 1–1.5 ट्रिलियन रुपये की बचत होगी, साथ ही भारत का 500 GW नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य पूरा होगा।
- अगले पांच वर्षों में स्थापित होने वाले 248 GW प्रोजेक्ट्स पर सर्वाधिक लाभ होगा।
लागत में कमी से बढ़ेगी बिजली की पहुंच
- GST कटौती से साफ़ ऊर्जा परियोजनाओं की लागत कम होगी, जिससे बिजली उपभोक्ताओं के लिए अधिक सस्ती होगी।
- Utility-scale सोलर प्रोजेक्ट: प्रति MW लागत में Rs 20–25 लाख की बचत।
- 500 MW सोलर पार्क पर प्रोजेक्ट लागत में Rs 100 करोड़ से अधिक की कमी।
- 3 kW रूफटॉप सिस्टम की कीमत में लगभग Rs 9,000–10,500 की कमी, जिससे PM Surya Ghar: Muft Bijli Yojana के तहत बड़े पैमाने पर स्थापना को बढ़ावा।
स्वदेशी सोलर वैल्यू चेन को बढ़ावा
- सरकार स्वदेशी सोलर वैल्यू चेन विकसित करने की योजना पर काम कर रही है, जिसमें वाफ़र्स, इंगॉट्स और पॉलीसिलिकॉन शामिल हैं।
- Viability Gap Funding (VGF) और Production Linked Incentive (PLI) जैसे प्रोत्साहन विकल्पों पर विचार।
घरेलू विनिर्माण को मजबूती
- Ministry of New & Renewable Energy, ALMM List III तैयार कर रही है, जो वाफ़र्स के लिए जून 2028 से प्रभावी होगी।
- शर्त: देश में तीन स्वतंत्र विनिर्माण इकाइयाँ हों, जिनकी कुल क्षमता 15 GW हो।
- वर्तमान में भारत की घरेलू वाफ़र क्षमता सिर्फ 2.2 GW, जबकि चीन पर निर्भरता अधिक।