उत्तराखंड की राजधानी देहरादून अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रही। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की NARI 2025 रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि दून देश के टॉप 10 असुरक्षित शहरों में शामिल है।
रिपोर्ट के चौंकाने वाले आंकड़े
- शहर की 55% महिलाएं अश्लील टिप्पणियों का शिकार होती हैं।
- 50% महिलाओं को सार्वजनिक परिवहन में उत्पीड़न झेलना पड़ता है।
- 21% महिलाएं शारीरिक और 10% महिलाएं मानसिक उत्पीड़न का सामना कर रही हैं।
- 40% महिलाएं शिकायत करने की बजाय उस जगह पर जाना ही छोड़ देती हैं।
- सिर्फ 4% महिलाएं ही पुलिस ऐप का इस्तेमाल करती हैं।
दिन और रात की सुरक्षा में फर्क
सर्वे में पाया गया कि दिन के मुकाबले रात में महिलाएं ज्यादा असुरक्षित महसूस करती हैं। दिन में 70% महिलाएं सुरक्षित मानती हैं। लेकिन रात में यह संख्या घटकर 44% रह जाती है। रात के समय 14% महिलाएं खुद को असुरक्षित मानती हैं।
महिलाओं ने दिए सुझाव
महिलाओं ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई सुझाव दिए। 45% ने पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की। 39% ने महिला सुरक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने की बात कही। 28% ने हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने की सिफारिश की। 21% ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण और 13% ने सख्त कानून प्रवर्तन पर जोर दिया।
रिपोर्ट का नतीजा
रिपोर्ट साफ करती है कि देहरादून में महिलाओं की सुरक्षा बड़ी चुनौती है। सार्वजनिक परिवहन, सड़क सुरक्षा और पुलिसिंग को बेहतर किए बिना स्थिति सुधरना मुश्किल है।