मुंबई। देश के वाणिज्यिक वाहन उद्योग में इस वित्तीय वर्ष थोक बिक्री में 3 से 5 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। यह बात क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRAने अपनी ताजा रिपोर्ट में कही है। पिछले साल यानी वित्तीय वर्ष 2024-25 में थोक बिक्री में 1.2 फीसदी की गिरावट आई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, देश में निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर के काम फिर से शुरू होने और आर्थिक स्थिति में स्थिरता से वाहन बिक्री में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। मई में वाणिज्यिक वाहनों की थोक बिक्री में पिछले साल के मुकाबले केवल 0.1 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई, जबकि अप्रैल-मई के दो महीनों में यह 0.7 फीसदी घट गई।
मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों (ट्रकों) की बिक्री में मई में 4.4 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री भी कम रही है। हल्के वाहनों में लोगों की बढ़ती पसंद पुराने वाहन खरीदने की वजह से नई गाड़ियों की मांग थोड़ी कमजोर हुई है।
बसों के कारोबार में इस साल 8 से 10 फीसदी तक की अच्छी बढ़ोतरी होने की संभावना है। निर्माण और खनन जैसे क्षेत्र सक्रिय होने से हल्के और भारी वाहनों की मांग बढ़ेगी, जबकि बसों की बिक्री में पुराने वाहनों की जगह नए वाहन खरीदने की मांग बनी रहेगी।