Uttar Pradesh: सहारनपुर के एक छोटे से गांव थरौली में रहने वाले किसान संदीप चौधरी ने वो कर दिखाया है जिसे सुनकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाए। उन्होंने दुनिया के सबसे महंगे और खास आम — मियाजाकी — को उगाकर भारतीय सेना को समर्पित करने का फैसला लिया है। खास बात यह है कि ये भेंट “ऑपरेशन सिंदूर” में भाग लेने वाले सैनिकों को समर्पित की जा रही है, जो हाल ही में भारत द्वारा पहलगाम हमले के जवाब में अंजाम दिया गया एक महत्वपूर्ण सैन्य ऑपरेशन रहा।
देशभक्ति की मिसाल बना एक किसान
संदीप चौधरी सिर्फ एक किसान नहीं, बल्कि वह देशभक्ति और भावनात्मक समर्पण की मिसाल हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में 40 मियाजाकी आम के पौधे लगाए हैं, और भविष्य में 25 और लगाने की योजना है। उनका लक्ष्य है — अपने गांव की मिट्टी से उपजे इन बेशकीमती फलों के जरिए देश के सैनिकों और नेताओं तक अपना सम्मान और भावनाएं पहुंचाना।
क्या है मियाजाकी आम?
मियाजाकी आम को “Egg of the Sun” (सूरज का अंडा) कहा जाता है। ये जापान के मियाजाकी प्रांत से आया है। बाजार में इसकी कीमत ₹2.7 लाख से ₹3.5 लाख प्रति किलो तक जाती है। संदीप के अनुसार, ये आम पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं, जिनमें केवल वर्मी कंपोस्ट का प्रयोग होता है। इसके लिए खेत में 360° CCTV सुरक्षा व्यवस्था भी है ताकि कोई इन्हें नुकसान न पहुंचा सके।
किन्हें भेजे जाएंगे ये आम?
संदीप ने साफ किया कि ये आम सिर्फ फल नहीं हैं, ये सम्मान का प्रतीक हैं। ये आम भारतीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, गृहमंत्री और थलसेना, वायुसेना व नौसेना प्रमुखों को भेजे जाएंगे। यह एक किसान का अपनी धरती और सेना के प्रति प्यार का अनोखा संदेश है।
मियाजाकी आम की खेती का भारतीय संस्करण
भारत में इस आम की खेती का प्रयोग साबित करता है कि हमारी जलवायु, खासकर सहारनपुर जैसी जगहें, मियाजाकी जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के फलों के लिए उपयुक्त हैं। यह देश के अन्य किसानों को भी प्रेरित करता है कि वे पारंपरिक खेती के साथ नई संभावनाओं को अपनाएं।