अक्टूबर और नवंबर का महीना बच्चों और माता-पिता दोनों के लिए बेहद खास होता है। इस समय भारत में एक के बाद एक बड़े त्योहार आते हैं, जिनमें धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और पूर्वी भारत का प्रमुख पर्व छठ पूजा शामिल हैं। यही कारण है कि इस समय स्कूलों में लंबी छुट्टियों का दौर शुरू हो जाता है और स्टूडेंट्स की खुशी का ठिकाना नहीं रहता।
उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में दिवाली और छठ पूजा का उत्साह सबसे अधिक देखने को मिलता है। यहां के स्कूल अक्सर 10 से 12 दिनों तक बंद रहते हैं। इस लंबी छुट्टी के दौरान बच्चे सिर्फ पढ़ाई से ब्रेक नहीं लेते, बल्कि अपने घरों को सजाने, रंगोली बनाने, नए कपड़े पहनने और रिश्तेदारों से मिलने का पूरा आनंद उठाते हैं। यही नहीं, यह अवसर उन्हें अपनी संस्कृति और परिवार से जुड़ने का भी मौका देता है।
साल 2025 में त्योहारों का आगाज 18 अक्टूबर को धनतेरस से होगा। इसके बाद 20 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी और 23 अक्टूबर को भाई दूज का पर्व आएगा। इन प्रमुख त्योहारों के दौरान लगभग सभी राज्यों के स्कूलों में कम से कम 6 दिनों की छुट्टी अनिवार्य होगी। हालांकि, जिन राज्यों में छठ पूजा का महत्व अधिक है, जैसे बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश, वहां यह छुट्टियां 10 दिनों से भी लंबी हो सकती हैं।
बिहार के स्टूडेंट्स इस साल सबसे खुश हैं, क्योंकि उनके स्कूल धनतेरस से लेकर छठ पूजा तक लगभग 12 दिनों के लिए बंद रहेंगे। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के स्कूलों में भी दिवाली के आसपास 6-7 दिन की छुट्टी रहेगी। दिल्ली जैसे शहरों में यह अवकाश केवल मुख्य त्योहारों तक ही सीमित रहेगा। इसलिए यह जरूरी है कि सभी अभिभावक और छात्र अपने स्कूल के ऑफिशियल हॉलिडे कैलेंडर को जरूर देखें।
इस साल दिवाली 20 अक्टूबर 2025 को सोमवार को पड़ रही है। इससे पहले आने वाले शनिवार और रविवार की छुट्टियों के कारण बच्चों को लॉन्ग वीकेंड का भी मजा मिलेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्कूल छठ पूजा के लिए भी विशेष अवकाश देते हैं। दिल्ली में भी उन इलाकों के स्कूल, जहां छठ पूजा का उत्सव बड़े स्तर पर मनाया जाता है, वहां अवकाश रहेगा।
छुट्टियों का यह दौर सिर्फ मस्ती का नहीं है। बच्चों के लिए यह समय खुद को नए अनुभवों, परिवार और संस्कृति के साथ जोड़ने का भी अवसर है। दिवाली और छठ पूजा के त्योहार पर परिवार के सभी सदस्य मिलकर पूजा-पाठ, मिठाई वितरण और घर की सजावट में व्यस्त रहते हैं। इस दौरान बच्चों का उत्साह चरम पर होता है। रंग-बिरंगी रोशनी, पटाखों की चमक और नए कपड़े पहनने का मजा छुट्टियों को और भी खास बना देता है।
इस तरह, दिवाली और छठ पूजा का समय न सिर्फ बच्चों के लिए लंबी छुट्टियों का अवसर है, बल्कि यह परिवारिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से उन्हें जोड़ने का भी बेहतरीन मौका है। इसलिए इस साल 2025 की दिवाली और छठ पूजा बच्चों के लिए एक यादगार त्योहार साबित होने वाली है।