Delhi Flood Relief. दिल्ली में यमुना नदी के उफान ने राजधानी में बाढ़ का खतरा गहरा कर दिया है। आज सुबह यमुना का जलस्तर लोहा पुल पर टच करता नजर आया। यमुना से सटे निचले इलाकों में पानी घुसने से लोग अपने घरों को खाली करने लगे हैं। प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू कर राहत शिविरों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

यमुना का जलस्तर और खतरा

आज सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 206.76 मीटर पर पहुंच गया, जो बेहद खतरनाक माना जा रहा है। राजधानी में साल 2023 में यमुना का वॉटर लेवल 208 मीटर था, उस समय पूरे शहर में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी। मंगलवार तक विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे थे कि जलस्तर 206.50 मीटर से अधिक नहीं जाएगा, लेकिन पानी इस लेवल से भी ऊपर जा चुका है। अगले 24-48 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं, क्योंकि जलस्तर में और बढ़ोत्तरी की संभावना है।

कौन से इलाके प्रभावित हुए

यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज, वजीराबाद बैराज और ओखला बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसके कारण झरोड़ा कलां, मयूर विहार, यमुना बाजार और अन्य निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। सड़कें भी पानी में डूब गई हैं, और लोग अपने सामान बचाने में जुटे हुए हैं। प्रशासन ने बचाव अभियान तेज कर दिया है और प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है।

सेंट्रल फ्लड कंट्रोल रूम के अधिकारी के अनुसार, जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा पानी है। पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले समय में यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है, जिससे हालात और गंभीर हो सकते हैं।

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