ज़रा सोचिए… एक आदमी अपनी बीवी और बच्चों को मनाने के लिए ससुराल जाता है, लेकिन वहां उसे मिलती है गालियाँ, धमकी, और वो भी ऐसी कि सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएँ। “तेरा हाल सौरभ जैसा कर दूंगी” – ये कोई फिल्मी डायलॉग नहीं, अयोध्या के कुमारगंज में एक पत्नी ने अपने ही पति से कहा। और अगर आपको याद हो, मेरठ वाला ‘नीला ड्रम केस’ तो भूले नहीं होंगे आप – जहां पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतारकर ड्रम में बंद कर दिया था।
“मुझे बचा लो”
अब ज़रा इस पति की हालत समझिए। बच्चा बीमार है, इलाज के लिए तीन लाख से ऊपर का लोन ले रखा है, और ऊपर से ये धमकी। बैंक अकाउंट खाली हो गया, मानसिक शांति तो कब की उड़ चुकी है। ऐसे में वो बेचारा पुलिस के पास गया, बस यही कहने कि “मुझे बचा लो”। आइए पूरी कहानी को बताते हैं विस्तार….
क्या हैं पूरा मामला?
अयोध्या जिले के कुमारगंज थाना क्षेत्र में रहने वाला एक युवक जो अपने परिवार के साथ सामान्य जीवन जी रहा था। उसकी शादी कुछ साल पहले हुई थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन फिर अचानक घरेलू कलह शुरू हो गई। पति-पत्नी के बीच झगड़े बढ़ते गए, बात-बात पर तनाव होने लगा।
पत्नी ने छोड़ा घर
किसी बात को लेकर बहस इतनी बढ़ गई कि पत्नी नाराज होकर अपने मायके चली गई। जाते समय वह अपने बच्चों को भी छोड़ गई। पति घर में अकेला रह गया — बच्चे उसके पास, और पत्नी मायके में।
बच्चे की तबीयत खराब
इस बीच, उसके बच्चे की तबीयत बिगड़ गई। पिता ने जिम्मेदारी निभाते हुए इलाज करवाना शुरू किया। इलाज सस्ता नहीं था, और घर की आमदनी सीमित। ऐसे में उस व्यक्ति ने अलग-अलग कंपनियों और फाइनेंसिंग सोर्सेस से कुल 3.10 लाख रुपये का लोन ले लिया। बैंक स्टेटमेंट से यह बात सामने आई कि अब उसके खाते में एक भी पैसा नहीं बचा है।
पत्नी को मनाने गया तो मिली धमकी
जब उसे लगा कि अब सब कुछ थोड़ा ठीक हो रहा है, तो वह अपनी पत्नी और परिवार को फिर से एक करने की उम्मीद लेकर ससुराल (पत्नी के मायके) गया। लेकिन वहां जो हुआ, उसने उसे झकझोर कर रख दिया। ससुराल वालों ने न केवल उससे बदतमीज़ी की, बल्कि गालियाँ दीं और घर से भगा दिया। लेकिन असली चौंकाने वाली बात तब हुई जब पत्नी ने उसके सामने ये कहा…”तेरा भी हाल सौरभ जैसा कर दूंगी।”
क्या है ‘सौरभ केस’?
ये धमकी मामूली नहीं थी। मेरठ के सौरभ हत्याकांड की बात करें तो उसमें पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर साजिश रचकर पति की हत्या कर दी थी और शव को नीले ड्रम में भरकर छुपा दिया था। यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना था।
न्याय की गुहार लगाई
अब ज़रा सोचिए – अगर कोई पत्नी अपने पति को इसी तरह की धमकी देती है, तो पति की मानसिक हालत क्या होगी? इस धमकी और परिवार से मिल रही बेइज़्ज़ती के बाद, वह व्यक्ति सीधे कुमारगंज थाने पहुँचा। उसने पूरी घटना पुलिस को बताई और न्याय की गुहार लगाई। उसकी मांग है कि धमकी देने वाली पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई हो। उसे और उसके बच्चों को सुरक्षा दी जाए।
रिश्ते, जिम्मेदारियाँ और भरोसा
ये सिर्फ एक आदमी की दर्दभरी कहानी नहीं है, ये हमारे समाज की हकीकत है — जहाँ रिश्ते, जिम्मेदारियाँ और भरोसा, कब नफरत, धोखा और डर में बदल जाएँ, कहा नहीं जा सकता। असल में ये सिर्फ एक घरेलू मामला नहीं है, ये एक आइना है – जो दिखाता है कि आज के रिश्ते कितने नाज़ुक, और कई बार कितने खतरनाक हो सकते हैं। प्यार, समझदारी और भरोसे की जगह अगर डर और धमकी ले ले तो समझिए समाज किस मोड़ पर खड़ा है।
क्या इस पति को इंसाफ मिलेगा?
ऐसे मामलों को हल्के में नहीं लेना चाहिए – क्योंकि अगली बार ‘नीला ड्रम’ की खबर किसी और की ज़िंदगी को तबाह कर सकती है। अब सवाल ये है कि क्या इस पति को इंसाफ मिलेगा? क्या ऐसी धमकियाँ देने वालों को कानून सबक सिखाएगा? या फिर ये मामला भी बाकी हजारों केस की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?